नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना के C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान ने पहली बार चीन और पाकिस्तान की सीमा से लगे कारगिल हवाई पट्टी पर रात में लैंडिंग की. रास्ते में इलाके की मास्किंग करते हुए ‘गरुड़’ के प्रशिक्षण मिशन को भी पूरा किया. इसे भी पढ़ें : बांग्लादेश में शुरू हुआ मतदान, विपक्ष की गैर मौजूदगी में पीएम शेख हसीना के सत्ता में बने रहने के पूरे आसार…
सामरिक तौर पर महत्वपूर्ण परिवहन विमान C-130J सुपर हरक्यूलिस मुख्य रूप से विशेष अभियानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. भारत के पास अमेरिका में बने ऐसे छह विमान 2011 से सेवा में हैं, जिनका बेस दिल्ली के पास स्थित हिंडन वायु सेना स्टेशन है. 97 फीट 9 इंच (29.8 मीटर) लंबे इन विमान के पंखों का फैलाव 132 फीट 7 इंच (40.4 मीटर) होता है.
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इन विमानों का अधिकतम टेकऑफ़ वजन 442,000 पौंड (200,500 किग्रा) होता है. यह अधिकतम पेलोड के साथ 3,450 समुद्री मील (6,410 किमी) तक 347 मील प्रति घंटे (562 किमी/घंटा) की रफ्तार से सफर तय कर सकते हैं. इन विमानों में 4 रोल्स-रॉयस AE2100D3 टर्बोप्रॉप इंजन लगा है, प्रत्येक 4,591 shp (3,425 kW) उत्पन्न करता है.