विश्व आर्थिक मंच (WEF) की बैठक सोमवार, 16 जनवरी को दावोस के अंदर हुई, जिसके अंदर दुनिया के नेता रूस-यूक्रेन युद्ध, वैश्विक मुद्रास्फीति तथा जलवायु बदलाव जैसे जरूरी मुद्दों पर चर्चा करने हेतु एक साथ आएं। ‘Cooperation in a Fragmented World‘ इस वर्ष की बैठक का विषय है।
WEF बैठक के अंदर विचार-विमर्श का मुख्य फोकस क्या है?
- 2023 के अंदर वैश्विक मंदी के बाधा से कैसे बचा जाए तथा जलवायु बदलाव से बचने के वैश्विक प्रयास को कैसे सुनिश्चित किया जाए।
- जबकि गत बार विश्व आर्थिक मंच के वार्षिक शिखर सम्मेलन के अंदर यूक्रेन का बोलबाला रहा था, इस बार भी, इस बात पर अधिक बात होने की आशा है कि क्या भू-राजनीति के द्वारा भू-अर्थशास्त्र को पीछे छोड़ दिया है।
- इसके अंदर जलवायु संकट, एक संभावित मंदी, काम का भविष्य, आगामी महामारी की तैयारी जैसे मुद्दे भी सम्मिलित हैं।
WEF की बैठक के अंदर कौन शामिल हुआ?
- WEF की बैठक वैश्विक नेताओं हेतु कई बाधाओं को दूर करने हेतु एक तथा मुख्य मंच है जिसने विभाजन को और अधिक कर दिया है तथा भू-राजनीतिक परिदृश्य को तोड़ कर दिया है। 53वीं वार्षिक बैठक के अंदर 130 देशों के 2,700 से ज्यादा नेता सम्मिलित हुए, जिनके अंदर 52 राष्ट्राध्यक्ष/सरकार सम्मिलित हैं।
- विश्व नेताओं के अतिरिक्त, भारत के अनेक नेता, उद्यमी तथा युवा व्यवसायी भी बैठक के अंदर सम्मिलित होंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, मनसुख मंडाविया, स्मृति ईरानी तथा आर.के. सिंह मौजूद रहें, साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, बी.एस. बोम्मई तथा योगी आदित्यनाथ भी सम्मिलित हुए।