
गाजीपुर । माफिया मुख्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर अनुज कनौजिया का आखिरकार अंत हो गया।यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने शनिवार रात एक ज्वाइंट ऑपरेशन में झारखंड के जमशेदपुर में अनुज कन्नौजिया को मार गिराया।मुठभेड़ के दौरान लगभग 20 राउंड गोलियां चली।अनुज कन्नौजिया का का खौफ पूरे पूर्वांचल इलाके में फैला हुआ था।इस शार्प शूटर पर ढाई लाख का इनाम था।
मेडिकल स्टोर पर दिनदहाड़े गोलियां बरसाई
मऊ जिले के चिरैयाकोट थाना क्षेत्र बहलोलपुर गांव के रहने वाला अनुज कन्नौजिया का आपराधिक सफर कोई नया नहीं था। अनुज का नाम गाजीपुर में 16-17 साल पहले हुई एक दुस्साहसिक वारदात से जुड़ा है,जिसे आज भी लोग नहीं भूले हैं। 20 अप्रैल 2009 को दुल्लहपुर बाजार के एक मेडिकल स्टोर पर दिनदहाड़े गोलियां बरसाई गई थीं। इस हमले में मेडिकल स्टोर संचालक संजय वर्मा तो बच गए, लेकिन उनके भाई मनोज वर्मा की जान चली गई थी।
READ MORE : गाय, गोबर, गौशाला पर पोस्टर वार : MLC ने अखिलेश के खिलाफ लगवाए बैनर, लिखा- ये बयान यादव समाज, सनातन धर्म और पशुपालन का अपमान
मनोज वर्मा को गोलियों से भूना
अनुज कनौजिया का रीना राय नाम की महिला से प्रेम संबंध था। रीना संजय वर्मा के मेडिकल स्टोर के पास रहती थी। अनुज आए दिन वहां लगे PCO से प्रेमिका से बात करता था। इसी दौरान मेडिकल स्टोर के मालिक संजय वर्मा से किसी बात को लेकर उसकी कहासुनी हो गई। मामला इतना बढ़ा कि अनुज ने संजय को मारने की साजिश रच डाली। प्लानिंग के तहत 20 अप्रैल 2009 को नकाबपोश बदमाश बाइक से उतरे और मेडिकल स्टोर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में संजय का भाई मनोज मारा गया। बदमाशों ने उसे गोलियों से भून डाला। दिनदहाड़े हुई इस घटना ने पूरे गाजीपुर को हिलाकर रख दिया।
READ MORE : पुलिस ने अखिलेश को ईद समारोह में जाने से रोका, आधे घंटे रोके रखा, सपा प्रमुख ने कहा- इसे मैं क्या समझूं?
अनुज ने मऊ में किया आत्मसमर्पण
इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की और अनुज कन्नौजिया समेत उसकी प्रेमिका रीना राय और अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। व्यापारी वर्ग में आक्रोश बढ़ता देख पुलिस ने रीना राय और कुछ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया,लेकिन अनुज तब तक फरार हो चुका था। कुछ समय बाद अनुज ने मऊ में आत्मसमर्पण कर दिया। बाद में रीना अनुज की पत्नी बन गई।दूसरे समाज की होने के बाद भी परिवारवालों की मर्जी के बिना रीना ने अनुज से शादी कर ली। दोनों की शादी पुलिस कस्टडी में ही हुई थी। अनुज के जेल जाने के बाद रीना ही उसका काम देख रही थी।
READ MORE : हत्या या आत्महत्या ? फंदे से लटका मिला छात्रा का शव, शकुंतला फार्मेसी कॉलेज में कर रही थी पढ़ाई, जांच में जुटी पुलिस
जमशेदपुर में अनुज का एनकाउंटर
इसके बाद भी जरायम की दुनिया में अनुज कन्नौजिया की कहानी यहीं खत्म नहीं हुई।अनुज जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह माफिया मुख्तार अंसारी के लिए काम करने लगा।अनुज ने कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया।मगर कानून के हाथ लंबे निकले। वर्षों तक पुलिस को चकमा देने वाला शार्प शूटर अनुज यूपी एसटीएफ के निशाने पर आया और झारखंड के जमशेदपुर में मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। गाजीपुर और मऊ के लोगों ने राहत की सांस ली,लेकिन उसकी खूनी दास्तान आज भी लोगों के जेहन में ताजा है।