गरियाबंद। राज्य और केंद्र द्वारा संचालित 12 स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जिले के 50 अस्पतालों से 168 स्वास्थ्य अधिकारी और पैरा मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया, ताकि राष्ट्रीय गुणवत्ता स्टेंडर्ड के मानक में आ सकें. जिले में मौजूद 200 अस्पतालों में से 50 अस्पताल में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी और पैरा मेडिकल स्टाफ को यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर गजेन्द्र सिंह ने प्रशिक्षण दिया. उन्हें योजना संचालन और उसके डॉक्यूमेंटेशन के अलावा हितग्राही अथवा मरीज के साथ कैसे व्यवहार किया जाए, जरूरतमंद तक योजना कैसे पहुंचे, इन बारीकियों को बताया गया.
सीएमएचओ डॉक्टर गार्गी यदु ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले प्रत्येक हितग्राहियों को राज्य एवं केंद्र द्वारा संचालित सभी स्वास्थ्य योजनाओं के तहत गुणवत्ता युक्त सेवा एवं पूर्ण सेवा मिल सके, इस उद्देश्य से यह प्रशिक्षण यूनिसेफ के माध्यम से दिया गया है. कलेक्टर दीपक अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित इस प्रशिक्षण का मकसद समय-समय पर राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन स्टेंडर्ड (एनएचएसआरसी ) द्वारा किए जाने वाले मूल्यांकन में खरे उतरना भी है.




सालभर में 9 स्वास्थ्य केंद्र राष्ट्रीय गुणवत्ता स्टेंडर्ड के मानक में खरे उतरे
सीएमएचओ ने बताया कि पिछले एक साल में 9 केंद्र इस मानक में खरे उतरे हुए हैं. जिला प्रशाशन ने आने वाले समय में ऐसे ही 50 केंद्रों को तय मानक में लाने का लक्ष्य रखा हुआ है. प्रशिक्षण कार्यकम को सफल बनाने में सिविल सर्जन डॉक्टर टीसी पात्र, डीएचओ एलके जांगड़े, डॉक्टर योगेंद्र सिंह, शंकर लाल पटेल, अन्नू विशकर्मा, सृष्टि यदु, अक्षय तिवारी की अहम भूमिका रही है.