रायपुर. छत्तीसगढ़ बीजेपी संगठन की बैठक के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सख्ती की चर्चा है. बताते हैं कि नड्डा ने दो टूक कहा कि पिछले चुनाव में हार की सबसे बड़ी वजह कार्यकर्ताओं की नाराजगी थी. कार्यकर्ता नाराज थे, इसलिए पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, लिहाजा अबकी बार कार्यकर्ताओं को लेकर चलना है. कहा जा रहा है कि सांसद-विधायकों के कामकाज से नड्डा नाखुश नजर आए. सूत्र बताते हैं कि जेपी नड्डा ने विधायकों से दो टूक कह दिया है कि जो काबिल होगा वहीं रिपीट होगा. उन्होंने संकेत दिया है कि चुनाव में नए चेहरों को मौका मिलेगा.
कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद जेपी नड्डा कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने सांसद-विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और कोर ग्रुप की बैठक ली. इन बैठकों के दौरान नड्डा ने ना केवल राज्य संगठन के कामकाज की समीक्षा की, बल्कि चुनावी तैयारियों पर रायशुमारी भी की.
बताते हैं कि सांसद-विधायकों की बैठक के दौरान नड्डा ने कहा कि मैं किसी को आइना नहीं दिखाना चाहता, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व की नजर सब पर है. एक ऐसा मैकेनिज्म तैयार किया गया है, जिससे नजर रखी जा रही है. इस मैकेनिज्म में साठ फीसदी तक अंक नहीं पाने वालों को विधानसभा की टिकट नहीं दी जाएगी.
बताया जा रहा है कि नड्डा ने सांसदों पर सख्ती बरतते हुए कहा कि सांसद निधि उनके अपने लिए नहीं है. इस निधि का बेहतर उपयोग कहां हो सके? यह संगठन के निचले कैडर तक के लोगों के साथ मिल बैठकर तय किया जाए.
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