पानी में होने वाली यह सब्जी-फल कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है. इसके साथ ही यह विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं में भी फायदेमंद माना जाता है. अनेक बीमारियों का रामबाण इलाज है इसका नियमित सेवन. हम बात कर रहे हैं साल के 12 माह में से केवल सितंबर से दिसंबर के महीने तक मिलने वाले सिंघाड़ा की. सीजन में कच्चे सिंघाड़े की सब्जी या उबाल कर इसे खाना बहुत फायदेमंत होता है.
पहले जानें सिंघाड़ा क्यों है इतना खास
यूएसडीए फूड कंपोजीशन डेटाबेस के अनुसार पानीफल सिंघाड़े में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं. जो सेहत को बनाए रखने में मदद करता है. जैसे कि फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, मैंगनीज, कॉपर, विटामिन बी-6 और राइबोफ्लेविन. इसमें एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. कोलेस्ट्रॉल लेवल से लेकर ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार है.
सिंघाड़ा सेवन के लाभ
पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद- सिंघाड़ा में पर्याप्त मात्रा में फाइबर मौजूद होता है, जो पाचन क्रिया की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है. खाना पचाने में आपकीको आंतों की मदद करता है. फाइबर अधिक पानी सोखता है, जिस वजह से मल को बाहर निकालना आसान हो जाता है.
कैंसर के सेल्स को बनने से रोके
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा सिंघाड़े को लेकर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार इसमें एंटीऑक्सीडेंट फेरूलिक एसिड की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. वहीं रिसर्च के अनुसार फेरूलिक एसिड ब्रेस्ट कैंसर के ग्रोथ को बढऩे से रोकती हैं. साथ ही यह थाइरोइड, लंग्स, बोन और स्किन कैंसर सेल्स को बनने नहीं देती. वहीं इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव को कम कर देते हैं. जिस वजह से कैंसर होने की संभावना कई हद तक कम हो जाती है.
वेट लॉस में मदद
अधिक मात्रा में पानी मौजूद होता है साथ ही इसमें कैलरी की मात्रा सीमित होती है. सिंघाड़े का सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है, और बार-बार भूख नहीं लगने देता.
सूजन और दर्द से दिलाये राहत
सिंघाड़े में मौजूद फेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से होने वाले बॉडी डैमेज को रोकता है. पेन रिलीविंग इफेक्ट मौजूद होता हैं, साथ ही यह पेट के अल्सर से लेकर फीवर, स्किन इरिटेशन तक की समस्या से निजात पाने में मददगार हो सकता है.
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखे
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखते हुए डायबिटीज को मेंटेन रखने में मदद करते हैं. इसलिए यदि आप डायबिटीज से पीडि़त हैं, तो इस फल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हंै.
अस्थमा
सर्दियों के मौसम में अस्थमा मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है. नियमित रूप से सिंघाड़े का सेवन करने से सांस से जुड़ी समस्याओं में आराम मिल सकता है.
डायबिटीज मरीजों के लिए
डायबिटीज रोगियों के लिए सिंघाड़ा फायदेमंद होता है. ये डायबिटीज होने पर शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करता है.
एसिडिटी, गैस और अपच
पेट से जुड़ी समस्याएं बहुत आम हैं. गैस, एसिडिटी, कब्ज और अपच लोग अक्सर परेशान रहते हैं. सिंघाड़े का सेवन पेट से जुड़ी समस्याओं में राहत दिला सकता है. साथ ही इसका सेवन करने से भूख न लगने की समस्या भी दूर हो सकती है.
फटी एड़ियों के लिए
सिंघाड़ा, फटी एडिय़ों को ठीक करने में कारगर है. शरीर के किसी हिस्से में दर्द या सूजन से राहत पाने के लिए भी आप इसका पेस्ट बनाकर उस जगह पर लगा सकते हैं.
गर्भवती महिलाओं के लिए
गर्भवती महिलाओं के लिए सिंघाड़ा एक हेल्दी ऑप्शन है. इसे खाने से मां और ब’चा दोनों स्वस्थ रहते हैं. इससे गर्भपात का खतरा भी कम होता है.
मजबूत दांत और हड्डियां
सिंघाड़े का सेवन करने से दांत और हड्डियां मजबूत बनती हैं क्योंकि इसमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसके अलावा यह शरीर की कमजोरी को दूर करने में भी सहायक है.
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