
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
सरकारी एयरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के निवेशकों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है. कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डी. के. सुनील ने हाल ही में जानकारी दी कि मार्च 2026 तक भारतीय वायुसेना (IAF) को कम से कम 6 हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस सौंप दिए जाएंगे. यह वही तेजस मार्क-1A विमान हैं जिनकी डिलीवरी में अब तक देरी हो रही थी. इस देरी की प्रमुख वजह अमेरिकी कंपनी GE एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में हुई बाधा बताई गई है. HAL ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने 6 विमान पहले ही तैयार कर लिए हैं लेकिन GE की ओर से इंजन नहीं मिलने के कारण उन्हें वायुसेना को सौंपा नहीं जा सका.
HAL के शेयर भरेंगे तूफानी उड़ान
इस पूरे घटनाक्रम का असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिल सकता है. HAL के शेयर पहले से ही डिफेंस सेक्टर में भरोसेमंद निवेश माने जाते हैं और अब तेजस प्रोजेक्ट की डिलीवरी में सुधार की खबर से इसमें और तेजी आने की संभावना जताई जा रही है. कंपनी को फरवरी 2021 में भारतीय वायुसेना से 83 तेजस मार्क-1A जेट्स के लिए ₹48,000 करोड़ का ऑर्डर मिला था. इसके अलावा, सरकार अब ₹67,000 करोड़ की लागत से 97 और तेजस जेट्स खरीदने की योजना पर काम कर रही है. ऐसे में HAL की ऑर्डर बुक और मजबूत हो सकती है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार छवि में सुधार होना तय माना जा रहा है.
rachanavaidya.in की रचना वैद्य का कहना है कि HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) लॉन्ग टर्म यानी लंबे समय के लिए एक बहुत अच्छा स्टॉक है। इस पर कोई शक नहीं है. अगर आप सिर्फ 1 साल के लिए इसमें निवेश करते हैं, तो इसका टारगेट प्राइस करीब 5600 रुपये हो सकता है. यानी आपको लगभग 10% का मुनाफा मिल सकता है लेकिन अगर आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं, तो आपको 4700 रुपये का लेवल ध्यान में रखना चाहिए. जब तक स्टॉक इस स्तर के ऊपर बना रहता है, तब तक इसमें तेजी (बढ़त) बनी रह सकती है, और फिर यह 5600 रुपये तक जा सकता है.
इस वित्त वर्ष में 12 इंजन मिलने की उम्मीद
HAL के चेयरमैन के मुताबिक GE एयरोस्पेस से इस वित्त वर्ष में 12 इंजन मिलने की उम्मीद है, जिससे विमान निर्माण की रफ्तार तेज होगी. HAL ने यह भी कहा कि यदि इंजन समय पर मिलते हैं, तो अगले साल तक 16 और तेजस विमान तैयार कर लिए जाएंगे. यह कदम न सिर्फ HAL के लिए बल्कि देश की वायुसेना के लिए भी अहम साबित होगा, क्योंकि मिग-21 जैसे पुराने फाइटर जेट्स अब सेवा से हटाए जा रहे हैं और उनकी जगह आधुनिक स्वदेशी तेजस को शामिल किया जा रहा है.
कई देश तेजस के लिए दिखा रहे दिलचस्पी
तेजस फाइटर जेट पूरी तरह भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है और इसमें अत्याधुनिक रडार सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर तकनीक और विविध प्रकार के हथियार लगाए जा सकते हैं. यह मल्टी-रोल फाइटर जेट हाई-रिस्क मिशनों में भी काम करने में सक्षम है. HAL ने यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजस को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है और कुछ देशों के साथ बातचीत चल रही है. यदि एक्सपोर्ट ऑर्डर मिलते हैं, तो HAL की ग्रोथ को और बल मिलेगा.
कुल मिलाकर, तेजस प्रोजेक्ट में आई तेजी और इंजन सप्लाई से जुड़ी अड़चनों के दूर होने की खबर HAL के लिए एक मजबूत संकेत है. यह विकास कंपनी की उत्पादन क्षमता, विश्वसनीयता और दीर्घकालिक ऑर्डर पाइपलाइन को और मज़बूती देगा, जिससे इसके शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ सकती है.
[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X
Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login