पत्थलगांव। सिविल अस्पताल में बिजली की आंख मिचौली और जनरेटर खराब होने के कारण एक व्यक्ति काल के गाल में समा गया. अस्पताल में बिजली गुल होने कारण 40 वर्षीय युवक का डायलिसिस नहीं हो पाया और उसकी असमय मौत हो गई. परिजनों ने बिजली विभाग और सिविल अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और नेशनल हाइवे पर चक्काजाम किया.
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह बिजली का हर दस मिनट में गुल होने के कारण और अस्पताल का जनरेटर खराब होने के कारण 40 वर्षीय ऋषिकेश बारीक डायलिसिस नहीं हो पाया और उसकी असमय मौत हो गई. डॉ. शेखर ने बताया कि मुझे पेशेंट को देखने बुलाया गया था पर मेरे आने से पहले धड़कन और सांस रूक चुकी थी,जिसके बाद सीपीआर देकर बचाने की कोशिश की गई पर उन्हें नहींं बचाया जा सका. डायलिसिस टेक्नीशियन मनोज कुमार ने बताया कि सुबह पेशेंट को 9 बजे असपताल डायलिसिस के लिए लाया गया था पर बिजली के लगातार गुल होने के कारण डायलिसिस नहीं कर पाए.
मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर एफआईआर की मांग को लेकर एनएच 43 पर चक्काजाम कर दिया. मौके पर तहसीलदार व पत्थलगांव एसडीओपी ने पहुंच कर समझाइए दी व चक्काजाम खुलवाया। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक गोमती साय सिविल अस्पताल पहुंचीं. अस्पताल प्रबंधन पर नाराज हुईं. उन्होंने बीएमओ से कहा, पहले से ही जनरेटर क्यों ठीक नहीं किया गया, इस तरह की लापरवाही नहीं चलने वाली. ऋषिकेश की मौत पर कलेक्टर ने अस्पताल की व्यवस्था को ठीक करने कहा. कलेक्टर ने बीएमओ से युवक की मौत पर विभागीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए.