अजय नीमा, उज्जैन। आज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की आखिरी अमावस्या है। इस अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहते हैं। भूतड़ी अमावस्या पर मध्य प्रदेश के उज्जैन में भूतों का मेला लगा है। जहां बावन कुंड पर बुरी आत्मा से छुटकारा पाने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते है। इधर, शिप्रा नदी में लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
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सोमवार को भूतड़ी अमावस्या पर उज्जैन से 14 किलोमीटर दूर कालियादेह महल पर भूतों का प्रसिद्ध मेला लगा। दरअसल, मान्यता है कि इस दिन यहां बने बावन कुंड में डुबकी लगाने से बुरी आत्माओं से निजात मिल जाती है। इसके चलते आज सुबह से ही यहां लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था। इसे देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए।
भूतड़ी अमावस्या पर लोगों की उमड़ी भीड़
सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु बावन कुंड में स्नान करने और भैरव महाराज के पूजन के लिए पहुंचे। स्थानीय लोग मानते हैं कि भूतड़ी अमावस्या पर इस कुंड में स्नान करने से रुके हुए काम भी बिना विघ्न के संपन्न हो जाते हैं। यह तिथि अगर सोमवार को पड़े तो इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जाता है।
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यह भी बता दें कि 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) प्रारंभ हो रही है। अगले 9 दिन तक देवी मंदिरों में पूरे विधि-विधान से पूजा-पाठ होगी। माता का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाएगा।
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