
क्रूड-ऑयल
ईरान-इजराइल टेंशन का तेल की कीमतों पर असर कम हो गया है, क्रूड ऑयल की कीमतें मार्च 2023 के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट की ओर बढ़ रही हैं. शुक्रवार सुबह 6:37 बजे (GMT) ब्रेंट क्रूड 36 सेंट्स बढ़कर $68.09 प्रति बैरल और WTI क्रूड 33 सेंट्स चढ़कर $65.57 पर था. फिर भी, दोनों बेंचमार्क्स में इस हफ्ते करीब 12% की गिरावट देखने को मिली.
ईरान और इजराइल के बीच जिस दिन से युद्ध की शुरुआत हुई थी. उसी दिन से क्रूड ऑयल के दामों में दबाव देखने को मिल रहा था. इसका कारण था स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने का फैसला. दरअसल, होर्मुज समुद्री मार्ग के जरिए दुनिया भर के कई देशों को ऑयल इंपोर्ट होता है. यह मार्ग फिलहाल अभी ईरान के पास है, इसको बंद करने की ईरान बार-बार धमकी देता रहा और बाद में ईरानी संसद ने इसे बैन का फैसला लिया था. हालांकि, दोनों देशों के बीच युद्ध-विराम की घोषणा के बाद तेल की कीमतों में गिरावट आई है.
कीमतों में और होगी गिरावट
एनालिस्ट्स का कहना है कि तेल की सप्लाई में कोई खास रुकावट नहीं आई. मैक्वायरी एनालिस्ट्स के मुताबिक अगर सप्लाई में बड़ी रुकावट का खतरा न हो, तो तेल का बाजार ओवरसप्लाई में है. 2025 में 21 लाख बैरल प्रति दिन का सरप्लस रह सकता है. फर्म ने 2025 के लिए WTI की औसत कीमत $67 और 2026 के लिए $60 प्रति बैरल का अनुमान लगाया है.
पिछले हफ्ते क्रूड और फ्यूल स्टॉक में कमी आई, जबकि रिफाइनिंग और डिमांड बढ़ी. प्राइस फ्यूचर्स ग्रुप के सीनियर एनालिस्ट फिल फ्लिन ने कहा कि मार्केट अब समझ रहा है कि क्रूड ऑयल का स्टॉक अचानक काफी टाइट हो गया है. इसके अलावा वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रंप फेडरल रिजर्व चेयर के लिए जल्दी नॉमिनेशन पर विचार कर रहे हैं, जिससे ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ी है. इससे तेल की डिमांड को सपोर्ट मिल सकता है.
[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X
Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login