
TV9 के ‘सत्ता सम्मेलन बिहार’ में बोलते तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने TV9 भारतवर्ष के खास कार्यक्रम ‘सत्ता सम्मेलन बिहार’ में राज्य के सबसे ज्वलंत मुद्देवोटर लिस्ट की समीक्षा पर बात की. उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल खड़े किए. इसकी टाइमिंग को लेकर उन्होंने हमला बोला. तेजस्वी ने कहा, सवाल ये है कि आज की डेट में जितनी संवैधानिक संस्थाएं हैं, वो सभी हाईजैक कर ली गई हैं. जो बीजेपी कहेगी वो उनको करना पड़ेगा क्योंकि उन्होंने ऐसे अधिकारी चुने हैं. चुनाव होने में कितने महीने रह गए हैं? नवंबर में चुनाव खत्म हो जाने हैं. एसआईआर की जो प्रक्रिया है, उसमें एक से दो साल लगते हैं. अब बिहार में एसआईआर करानी ही थी तो आपकी आंखें लोकसभा चुनाव के बाद क्यों नहीं खुलीं.
तेजस्वी यादव ने कहा, हमारे तीन सवाल थे. 11 डॉक्यूमेंट पर हमने सवाल उठाए हैं, जो गरीबों के पास नहीं हैं, उनका क्या होगा? मानसून के समय जो लोग बिहार के बाहर हैं वो कैसे अपने कागज जमा करेंगे. बिहार में लोग कांवड़ लेकर देवघर जाते हैं, वो लोग क्या करेंगे इस बीच में. सवाल ये है कि चुनाव आयोग की ड्यूटी ये नहीं है कि देश का नागरिक कौन है, कौन नहीं है. ये काम गृह मंत्रालय का है.
इतने गंभीर मामले में क्या हो रहा है
आरजेडी नेता ने कहा कि इससे पहले हुई एसआईआर के बाद से तो नीतीश कुमार की सरकार बनती रही है. हम धन्यवाद देना चाहते हैं सुप्रीम कोर्ट का, उन्होंने हमारी दलीलें सुनीं. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से सवाल किया कि प्रक्रिया कैसे पूरी करोगे. चुनाव आयोग ने आधार कार्ड को लेकर सलाह भी दी है.
उन्होंने कहा, हमने पहली बार ऐसा देखा है कि इतने गंभीर मामले में क्या हो रहा है.अगर एक वोटर का अधिकार छिन जाए तो कितना बड़ा अपराध होगा. क्या आपका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, तो आप नागरिक नहीं है? अगर ऐसा है तो लोगों के सामने कितनी बड़ी समस्या हो जाएगी.
पूरे मामले में टाइमिंग सवाल खड़ा करती है
28 तारीख को सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आएगा, उसे तो सबको मानना है. चुनाव आयोग ने बिना किसी दल से बात किए फरमान जारी कर दिया. हम तो आपके ही सहयोग के लिए आए हैं. हमने चुनाव आयोग को बताया था कि एसआईआर में कौन-कौन से कागजात जोड़िए. इस पूरे मामले में टाइमिंग सवाल खड़ा करती है. आप केवल बिहार में एसआईआर कर रहे हैं अन्य राज्यों में क्यों नहीं?
गिरिराज सिंह कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव की पत्नी किस आधार पर वोटर बनी हैं? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस आधार पर सुशील कुमार मोदी जी पत्नी वोटर बनी हैं. सुशील मोदी जी की पत्नी भी क्रिस्चियन समुदाय से हैं. सवाल- आपने अपनी पत्नी का नाम क्यों बदला? इस पर तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने अपनी पसंद से नाम बदला है. इसमें कोई दबाव नहीं है. इस मामले में उन्हें घसीटने की जरूरत नहीं है. आधार कार्ड के बेस पर दो महीने पहले वो वोटर बनी हैं.
[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X
Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login