• Sat. Jul 12th, 2025

गजब का कॉन्फिडेंस! 56 साल की उम्र में पास की MSc, दिन में दूसरों के घर झाड़ू लगाए और रात में की चौकीदारी, जानिए राजकरण ने किन मुश्किलों से पाई सफलता

ByCreator

Nov 28, 2023    150864 views     Online Now 438

कुमार इंदर, जबलपुर।  रास्ते कितने भी कठिन क्यों न हो यदि मन में ठान लिया जाए तो फिर मंजिल का मिलना मुमकिन ही है। जी हां कुछ ऐसा ही कर दिखाया है जबलपुर के रहने वाले राजकरण बरूआ ने जिन्होंने अपने 56 साल की उम्र  लगभग 23 से भी ज्यादा बार परीक्षा दिलाई मगर उसमें वह फेल हो गए। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अंत में एमएससी पास करके ही दम लिया। 

 राजकरण ने मुश्किलों को अपनी कामयाबी के रास्ते का कांटा नहीं बनने दिया। तमाम कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करते हुए आखिरकार 25 साल के लंबे संघर्ष के बाद उन्होंने एमएससी पास कर ली। जबलपुर में एक सुरक्षा गार्ड की नौकरी करने वाले राजकरण ने 25 साल पहले MSC करने का सपना देखा जो आज जाकर पूरा हो पाया है। आज 55 साल की उम्र में राजकरण ने गणित से एमएससी की डिग्री हासिल की है। 

चुनावी महासंग्राम: VIP सीटों को लेकर सामने आई BJP की आंतरिक सर्वे रिपोर्ट, इन मंत्रियों को करना पड़ रहा हार का सामना

अपनी इस कामयाबी के पीछे का कांटों भरा सफर तय करने वाले राजकरण बताते हैं कि उनके लिए सफलता इतनी आसान नहीं थी। 25 साल के इस संघर्ष में कई लोगों ने उनका मजाक उड़ाया तो कई लोगों ने उन्हें अपना पुश्तैनी काम करने की सलाह भी दी। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। 

राजकरण आगे बताते है कि दो साल पहले उन्होंने गणित विषय में एमएससी पूरी की। एमए करने के बाद उन्होने साल 1996 में स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाया। इस दौरान कई स्कूलों के शिक्षकों ने उनकी गणित समझाने के तरीके की तारीफ की। जिसके बाद उनके मन में गणित विषय में एमएससी करने का विचार आया। 

See also  IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया कब-कब ICC टूर्नामेंट्स के सेमीफाइनल में भिड़े? जानिए किसका पलड़ा रहा भारी

मतदान के बाद माननीयों की धार्मिक दौड़: बीजेपी नेताओं के मंदिर दर्शन पर कांग्रेस बोली- हार के डर से भगवान की शरण में, BJP का पलटवार- चश्मा बदलने की जरुरत

एमए करने के बाद गणित विषय में एमएससी करने के लिए उन्होंने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के समक्ष 1996 में आवेदन किया। एमएससी प्रथम वर्ष के लिए उन्होंने सबसे पहले 1997 में परीक्षा दी पर वह पास नहीं हो पाये। विगत दस सालों तक पांच में से सिर्फ एक विषय में ही पास होते थे। इसके बाद वह दो विषय में पास होने लगे। कोरोना काल के दौरान साल 2020 में उन्होंने एमएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होने साल 2021 में एमएससी द्वितीय वर्ष की परीक्षा पूरी की। इस तरह उन्होंने 25 साल के संघर्ष के बाद साल 2021 में गणित विषय में एमएससी की।

स्टार प्रचारकों की परफॉर्मेंस से तय होगी लोकसभा की राह: नेताओं की दमदारी का होगा आकलन, विधानसभा चुनाव में जनता को लुभाने में कितने हुए सफल

रात में चौकीदारी और दिन में करते हैं घर का काम

राजकरण की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है, लिहाजा वह दिन में लोगों के घरों में बर्तन झाड़ू और खाना बनाने का काम करते हैं और रात के वक्त चौकीदारी करके अपना भरण पोषण करते हैं। राजकरण के पास रहने के लिए अपना कोई घर भी नहीं है। वह जिस बंगले में काम करते है वहीं पर उन्हें रहने के लिए एक छोटा सा मकान मिला हुआ है।

अभी तक कुंवारे हैं राजकरण

56 साल के हो चुके राजकरण बरूआ अभी तक कुंवारे है। 6 साल की उम्र में उनके सिर से पिता का साया उठ गया। मां दूसरे भाई के साथ अलग रहती है। राजकरण बताते है कि शादी का कभी मौका ही नहीं मिला। जब रिश्ते की बात आती तो लोग बंगले में काम करने वाला कहकर रिश्ता ठुकरा देते थे। यही वजह है कि उनकी अब तक शादी नहीं हो पाई।

See also  क्या है फेक न्यूज वाला कानून, जिसे ला रही कर्नाटक सरकार, आखिर क्यों पड़ी इसकी जरूरत?

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x
NEWS VIRAL