
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 1 से 5 जून तक फ्रांस और इटली के पांच दिवसीय दौरे के तहत रविवार को फ्रांस की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा शुरू की. इस यात्रा का उद्देश्य प्रमुख यूरोपीय देशों के साथ भारत की रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करना है. यहां वो पेरिस और मिलान में फ्रेंच और इटालियन अधिकारियों से मिलेंगे. कई देशों के मंत्रियों के साथ ही टोटल एनर्जी, रेनॉल्ट, लॉरेल और कई बड़ी कंपनियों के CEOs से भी मिलेंगे.
इन मीटिंग से पहले पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि WTO की एक मीटिंग के तहत आया हूं. दुनिया के प्रमुख देशों के वाणिज्य मंत्री विश्व व्यापार को गति देने के लिए यहां मिलेंगे. WTO पर चर्चा के लिए ऑस्ट्रेलिया ने एक मीटिंग बुलाई है.
उन्होंने कहा कि फ्रेंच वाणिज्य मंत्री के साथ मीटिंग है. इस दौरान भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा होगी. इसके साथ ही EU के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा होगी. फ्रेंच कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात होगी, जिसमें उनको ये बताया जायेगा कि कैसे वो कम खर्चे में एक बड़ी मार्केट में अपनी टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करके दुनिया के लिए प्रोडक्ट्स बना सकते हैं.
फ्रांसीसी कंपनियों को भारत में निवेश के लिए करेंगे प्रोत्साहित
उन्होंने कहा कि वो फ्रांसीसी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. 140 करोड़ कुशल भारतीयों के विशाल बाजार का लाभ उठाकर विश्व बाजारों में खुद को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएंगे. व्यापार मंत्रियों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के बीच पहले से ही गहरे संबंध और व्यक्तिगत जुड़ाव हैं. 8-10 साल से भारत और फ्रांस के बीच ग्रोथ का सिलसिला जारी है. फ्रेंच कंपनियों को भारत की तरफ आकर्षित करने पर जोर होगा. निर्यात बढ़ाने पर फोकस होगा.
ट्रेड और व्यापार के संबंध मजबूत करने पर जोर
उन्होंने कहा कि भारत यूरोपीय संघ के साथ एक मजबूत एफटीए के लिए बातचीत के उन्नत चरण में है. पारस्परिक रूप से बढ़ते संबंधों के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है. पीयूष गोयल ने कहा कि कल शाम यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त से मुलाकात करेंगे. जल्द से जल्द व्यापार साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि फ्रांस की बड़ी वित्तीय कंपनियों, वेल्थ फंडों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित करेंगे. इससे महत्वपूर्ण वृद्धि देखने की उम्मीद है.
पीयूष गोयल ने कहा कि रक्षा, अंतरिक्ष, सतत विकास के लिए हरित प्रौद्योगिकी, गतिशीलता, स्मार्ट विनिर्माण में सहयोग पर विचार किया जा रहा है. फ्रांस भारत-यूरोपीय संघ एफटीए का सबसे मजबूत समर्थकों में से एक रहा है. फ्रांस में 1.2 लाख भारतीय दोनों देशों के बीच ब्रिज का काम करते हैं.
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मिला समर्थन
उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई यूरोपीय देशों ने संदेश भेजे थे. पीएम से कई राष्ट्रध्यक्षों ने बातचीत की. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमें समर्थन दिया.
पीयूष गोयल ने कहा कि पहलगाम में आतंकी हमले में मजबूत समर्थन और एकजुटता के लिए फ्रांस का आभारी हूं. भारत की तरह आतंकवाद के प्रति उनकी भी जीरो टॉलरेंस है. भारत का दौरा करने वाले फ्रांसीसी सीनेट प्रतिनिधिमंडल ने राज्य और गैर-राज्य दोनों तरह के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारे रुख का समर्थन किया.
उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों के साथ इंटेलीजेंस शेयरिंग और आतंकियों को सजा दिलाने पर फोकस होगा. भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा मैसेज दिया है-ना झुकेंगे, ना बर्दाश्त करेंगे.
उन्होंने कहा कि फरवरी 2025 में भारत और फ्रांस ने एआई के नैतिक उपयोग को आगे बढ़ाने और अच्छे विनियमन को बढ़ावा देने के लिए एआई शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की. यह सुनिश्चित करने के लिए रूपरेखा पर काम किया जा रहा है कि एआई मानवता के लिए सहायक बने और लोगों को खतरों से बचाए.
भारत में बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा म्यूजियम
उन्होंने कहा कि पेरिस के पास बनने वाला स्वामीनारायण मंदिर भारतीय संस्कृति और इतिहास को यूरोप में पेश करेगा. विभिन्न आकर्षणों के बीच ऊंचा स्थान बनाएगा.
उन्होंने कहा कि भारत एक विश्व शक्ति रहा है. भारत का इतिहास हजारों साल पुराना है. फ्रांस का अतीत बहुत समृद्धिशाली रहा है. फ्रांस में आर्ट और कल्चर की बहुत वैल्यू है. आर्ट और कल्चर दोनों देशों को साथ लाता है. इससे दोनों देशों को फायदा होगा.
उन्होंने कहा कि नॉर्थ ब्लॉक में और साउथ ब्लॉक में नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर विश्व का सबसे बड़ा म्यूजियम बनने जा रहा है. यह फ्रांस के सहयोग से बनेगा. विश्व प्रसिद्ध लूवर म्यूजियम ने भारत के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, ताकि हमें नॉर्थ ब्लॉक के पास दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय युग युगीन संग्रहालय बनाने में मदद मिले, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करेगा.
उन्होंने कहा कि पेरिस के विश्व प्रसिद्ध लूवर म्यूजियम, जहां मोनालिसा की पेटिंग लगी है और जिसकी अपनी विशेषताएं हैं, उसी तरह भारत में भी दुनिया का सबसे बड़ा म्यूजियम बनेगा.
पेरिस से गौरव अग्रवाल की विशेष रिपोर्ट
[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X
Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login