महरंग बलोच…पाकिस्तान में विद्रोह का बड़ा चेहरा हैं. 30 साल की महरंग पेशे से एक डॉक्टर हैं. वह बलूचिस्तान में पाकिस्तान आर्मी और सरकार के दमन के खिलाफ लगातार आवाज़ उठाती आ रहीं हैं. उनकी तुलना नोबेल विजेता मलाला यूसुफजई से भी की जाती है, जिन्होंने पाकिस्तान में आतंक के खिलाफ आवाज़ उठाई और आज दुनियाभर में जानी जाती हैं.
महरंग बलोच बलूचिस्तान में मानवाधिकार के लिए आवाज़ उठाकर सुर्खियों में आईं. उनके पिता एक मजदूर थे, वह जब 16 साल की थीं तभी उनके पिता को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गई. महरंग बलोच MBBS की डिग्री हासिल कर डॉक्टर तो बन गईं लेकिन अपने लोगों के साथ हो रहे अत्याचार ने उन्हें आंदोलन का एक बड़ा चेहरा बना दिया.
विद्रोह का बड़ा चेहरा हैं महरंग बलोच
महरंग बलोच की सभाओं और रैलियों में लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं. खासकर युवाओं और महिलाओं में उनका खासा क्रेज़ देखने को मिलता है. बलूचिस्तान में पाक आर्मी के सैन्य ऑपरेशन के दौरान अक्सर लोगों के गायब होने की शिकायतें दर्ज की जाती रहीं हैं, इस ज्यादती के खिलाफ महरंग बलोच और उनकी बलोच यकजेती कमेटी (BYC) पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर संघर्ष कर रही है. इसी साल जनवरी में उनकी अगुवाई में बलूचिस्तान से लेकर इस्लामाबाद तक करीब 1600 किलोमीटर लंबा मार्च निकाला गया था.
ये भी पढ़ें
वहीं जुलाई में भी महरंग बलोच ने पाकिस्तान सरकार और आर्मी के खिलाफ रैली का आयोजन किया था. इस दौरान हुई हिंसा में 3 महिला प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. महरंग ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर गोलियां चलाईं और सैंकड़ों लोगों को जबरन गिरफ्तार कर लिया.
पाकिस्तान सरकार, आर्मी के खिलाफ मजबूत आवाज़
दरअसल पाकिस्तानी सरकार और आर्मी पर आरोप है कि वह बलूचिस्तान के लोगों को ‘गायब’ कर रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बलूचिस्तान से करीब 7 हजार से ज्यादा लोग लापता हैं, आरोप हैं कि इन लोगों को गिरफ्तार कर या तो मार दिया जाता है या फिर कई साल तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती है. हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने भी पाकिस्तान सरकार को जबरन गायब किए गए लोगों के मामले की पहचान करने को कहा है.
बीते दिनों बलूचिस्तान में हुई हिंसा को लेकर महरंग बलोच और BYC की आलोचना की जा रही थी, जिस पर सफाई देते हुए महरंग ने कहा है कि वह किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि BYC हर तरह की हिंसा के खिलाफ है, चाहे वह जातीय, नस्लीय, राजनीतिक या धार्मिक किसी भी तरह की हो. महरंग बलोच ने कहा है कि बलूचिस्तान की अशांति का समाधान कानून के शासन में निहित है लेकिन सरकार ऐसा नहीं चाहती क्योंकि हिंसा और अराजकता से उनकी सत्ता पर पकड़ मजबूत होती है.
[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X
Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login