बौध: ओडिशा के बौध में बौनसुनी पुलिस सीमा के अंतर्गत सिद्धपुर गांव की युवती लिजा दहेज प्रताड़ना के खिलाफ पुलिस से मदद मांगने और अपने माता-पिता द्वारा अपने ससुराल वालों और पति को दिए गए सभी सामान वापस लेने के अपने साहस के लिए आजकल चर्चा में है। उसने हाल ही में बौनसुनी पुलिस की मदद से यह किया।
सूत्रों के अनुसार, लिजा की शादी 15 महीने पहले रघुनाथ से हुई थी। लिजा के माता-पिता ने शादी के समय दहेज का बहुत सारा सामान दिया था, लेकिन उसके ससुराल वालों और पति ने कथित तौर पर उस पर और दहेज के लिए लगातार दबाव डाला। जब उसने विरोध किया तो उसे कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया और एक कमरे में बंद कर दिया गया। उसे गांव के कुछ लोगों ने बचाया और उसके माता-पिता को सौंप दिया।
लिजा ने मीडिया से कहा, “उन्होंने पहले मेरे माता-पिता से सोने की चेन और रेफ्रिजरेटर मांगा और फिर मुझसे 5 लाख रुपये लाने को कहा। जब मैंने उनकी बात नहीं मानी, तो मुझे प्रताड़ित किया गया।” लिजा ने आगे आरोप लगाया है कि उसके जीजा ने भी उसके साथ दुर्व्यवहार किया और जब उसने अपने ससुराल वालों से इसकी शिकायत की, तो उन्होंने कहा कि वह उसे बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
लिजा और उसके माता-पिता और रघुनाथ और उसके माता-पिता दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जहां लिजा ने आरोप लगाया है कि उसके ससुराल वालों ने उसे जान से मारने की कोशिश की, वहीं रघुनाथ ने आरोप लगाया है कि लिजा ने उसे धमकी दी कि वह उसके माता-पिता को मरवा देगी।
रघुनाथ ने मीडिया से कहा, “दहेज के आरोप झूठे हैं। हम चार से पांच बार पुलिस स्टेशन गए और हर बार हमें वापस जाकर आपस में मामला सुलझाने के लिए कहा गया।”