हर्षित तिवारी, खातेगांव (देवास)। मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के भीतरखाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीजेपी के पूर्व विधायक गणपत पटेल अपनी ही सरकार को आंखें दिखा रहे है। एक तरफ सरकार कानून व्यवस्था पुख्ता रखने और भ्रष्टाचारमुक्त बता रही है, वहीं दूसरी ओर उन्हीं की सरकार में अधिकारियों और बड़े नेताओं का संरक्षण का आरोप लगा रहे हैं।
डीई को मंच से सुनाई खरी-खोटी

दरअसल मामला शुक्रवार का है जहां केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने संसदीय क्षेत्र खातेगांव के कन्नौद नगर में प्रधानमंत्री हितग्राहियों को पट्टा वितरण किया। मंत्री के पहुंचने से पहले पूर्व विधायक गणपत पटेल ने अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ता और जनता के बीच बिजली विभाग के डीई गौरव सोनी को मंच से खरी-खोटी सुनाई। डीई को मंच से जमकर लताड़ा। मीडिया से कहा- डीई जैसे अधिकारी को हमारी चरण वंदना करना चाहिए। पूर्व विधायक के अनुसार ट्रांसफार्मर नहीं होने के कारण चार गांव के लोग प्रभावित हैं। यहां बिजली विभाग के डीई खुले तौर पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। किसी बड़े भाजपा नेताओं से साठगांठ और संरक्षण है। मुझे किसी अधिकारी से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे क्षेत्र और जनता का विकास चाहिए।
पूर्व विधायक की बातों पर ध्यान दें
मामले में बिजली विभाग के अधीक्षक यंत्री केतन रायपुरिया ने बताया कि आरोप पूर्णतः निराधार है। शासन के नियमानुसार और समय सीमा में कार्य किया जा रहा है। बिजली ट्रांसफार्मर लगाया जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व विधायक कैलाश कुंडल ने कहा कि जिला प्रशासन इस बात को गंभीरता से ले। पूर्व विधायक की बातों पर ध्यान दें। भ्रष्टाचार और मनमानी करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करें।
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