अमृतांशी जोशी, भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला है। सीएम ने कहा कि मैं भी एक स्वतंत्रता सेनानी हूँ, जब कोई सत्ता के मद में चूर होता है तो सब भूल जाता है। आपातकाल में यही हुआ, अपने आप को बनाकर रखने के लिए संविधान का गला घोंट दिया गया। अंग्रेजों और मुगलों के समान ये सब किया गया। सीएम शिवराज ने कहा कि एक परिवार को सत्ता में बने रहना था। जब इंदिरा जी को लगा की फ़ैसला खिलाफ आया है, तो सत्ता में बने रहने के लिए लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया। आज सीएम हाउस में लोकतंत्र सेनानियों मीसाबंदियों के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने ये बात कही।
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मुख्यमंत्री ने कहा हिम्मत के कारण जुटे रहे,लट्ठ पड़ते रहे, बच्चों के भूखे मरने की नौबत आ गई। कांग्रेस को दया नहीं आयी। आपने देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ी।15 महीने के लिए आए थे तो हम पर हमला किया। सीएम ने कहा कि सम्मान वो सबसे पहले छीनते है, एक परिवार को खुश करना इनका लक्ष्य है। जिनको लोकतंत्र से कोई मतलब नहीं , इनसे दूर रहना है, ये झूठ बोलकर सत्ता में आना चाहते है। सीएम ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस को कभी सत्ता में नहीं आने देने का संकल्प लेना है, ये लोकतंत्र के नहीं है।
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सीएम शिवराज ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज लोग विदेश में जाकर देश की आलोचना करते है, पीएम की आलोचना करते है। मैं पूछना चाहता हूँ मोदी जी ने देश का मान बढ़ाया, तुमने क्या किया, तुम्हारे परिवार ने सत्ता में रहकर क्या किया। सीएम ने इस दौरान कहा कि मैं हबीबगंज थाने में रात भर बंद रहा, आज उस नए थाने का उद्घाटन किया। मुझे जब पीटा जा रहा था तो मेरे मुंह से निकल गया की मत मारो हमारी भी सरकार आएगी। तब वहां मौजूद एक अफसर बोले तुम संघियों की सरकार आएगी क्या। बोतले है जब आएगी तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। सीएम ने बताया की बाद में वो अफसर मुझे मिले और माफी भी मांगी।
मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा
वहीं कार्यक्रम के दौरान मंत्री इंदर सिंह परमार ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा- वो दिन लोकतंत्र में काला दिन था। इस देश के लोकतंत्र को समाप्त करने की कोशिश इंदिरा गांधी ने की थी। ये लोकतंत्र की हत्या नहीं थी बल्कि मीसन ने कई चीज़ें देखी है। इंदिरा गांधी नहीं चाहती थी देश का सिरमौर आगे बढ़े, पूरे देश में अत्याचार का काम हुआ था। लोगों को प्रताड़ित किया गया था। मीसन को आघात पहुंचाने का काम इंदिरा गांधी ने किया। मंत्री ने कहा कि आपके कारण आज हमारा विचार दुनिया का सबसे ताकतवर विचार बना है, इसलिए भारत की ताकत आगे बढ़ी है। हेडगेवार और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश के लिए जो शक्ति की यात्रा प्रारंभ की थी वो आज यहाँ तक है ये चलता रहेगा।
सीएम शिवराज ने मीसाबंदियों के कार्यक्रम की ये बड़ी घोषणाएं
-पेंशन राशि बढ़ाकर 30 हज़ार करने की घोषणा, पहले 25000 हज़ार थी राशि।
-जिनको 5 हज़ार सम्मान निधि मिलती थी उन्हें अब 8 हज़ार मिलेगी सम्मान निधि।
-दिवंगत सेनानियों के परिवार को दी जाने वाली निधि 8 हज़ार से बढ़कर 10 हज़ार किया जाएगा।
-जो शेष हैं मीसाबंदी उन्हें ताम्रपत्र से 15 अगस्त को किया जाएगा सम्मानित।
-नई दिल्ली के मप्र भवन में उनके लिए स्वतंत्र संग्राम सेनानियों की तरह होगी रुकने की व्यवस्था।
– जिलों में विश्राम गृह में 2 दिन तक 50% शुल्क के साथ रुकने की होगी व्यवस्था।
– कोई बीमारी हुई तो संपूर्ण इलाज कराएगी मप्र सरकार।
– लोकतंत्र सेनानियों के परिचय पत्र एक बार और चर्चा कर के फाइनल किया जाए ताकि उन्हें कहीं आने जाने में न हो परेशनी।
– सरकारी ऑफिसों में भी दिए जाएंगे निर्देश सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।