
जशपुर। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मंगलवार को सेवांकुर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत आदिवासी इलाकों में सेवा देने जा रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह कार्यक्रम वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य है कि देश के दूर-दराज आदिवासी गांवों में जाकर मेडिकल सेवाएं देना. सेवांकुर भारत के तहत 250 डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ जशपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में जाकर स्वास्थ्य शिविर लगाएंगे और जरूरतमंदों को इलाज देंगे.


वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि ये कार्यक्रम मानव सेवा की एक बेहतरीन मिसाल है. उन्होंने बताया कि जशपुर जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज, फिजियोथेरेपी कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं.

इस मौके पर उन्होंने स्वर्गीय जगदेव राम उरांव, बाला साहब देशपांडे और दिलीप सिंह जूदेव जैसे नेताओं को याद किया और बताया कि एनटीपीसी व CSR फंड के सहयोग से जशपुर में 100 बिस्तरों वाला आधुनिक अस्पताल भी बनाया जा रहा है. कार्यक्रम में जशपुर विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष समेत कई प्रमुख लोग और वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
सेवांकुर भारत क्या है?
सेवांकुर भारत एक सेवा संस्था है जिसमें डॉक्टर और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े युवा शामिल हैं. यह हर साल 5 से 13 अप्रैल के बीच “एक सप्ताह देश के नाम” कार्यक्रम के तहत आदिवासी गांवों में जाकर इलाज, स्वास्थ्य जागरूकता और मेडिकल सेवाएं प्रदान करते हैं. साथ ही, यह संस्था नए डॉक्टरों को जनजातीय संस्कृति को समझते हुए सेवा करने के लिए प्रेरित करती है.