रायपुर. ब्रह्मलीन जगतगुरू शंकराचार्य पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को टाउन हॉल में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सम्मिलित हुए. श्रद्धांजलि सभा में ब्रह्मलीन शंकराचार्य को नमन करते हुए स्वस्ति वाचन एवं शांति पाठ किया गया. सभा में मुख्यमंत्री समेत विभिन्न नागरिकों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का विराट व्यक्तित्व था, उनके वचन हम सबके लिए अमृत समान हैं. उनके युग में हम सब पैदा हुए ये हम सभी का सौभाग्य है. उनके बताए मार्ग पर हम सभी चलें, यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुरानी स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि जब भी महाराज छत्तीसगढ़ आते थे, उनके दर्शन का पुण्य लाभ जरूर लेता था. उन्होंने अपना पूरा जीवन धर्म और समाज के लिए समर्पित कर दिया था. शंकराचार्य बाल्यकाल से ही मेधावी थे और उन्हें सभी धर्म ग्रंथ कंठस्थ थे. उन्होंने आजादी के आंदोलन में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, अंग्रेजो से लड़ाई भी लड़ी.
सीएम बघेल ने कहा, मैं सौभाग्यशाली हूं कि जब मैं राजस्व मंत्री था तब मेरे हस्ताक्षर से छत्तीसगढ़ में उनके आश्रम के लिए जमीन आवंटित हुई, फिर हमारी सरकार आने पर आश्रम के लिए निशुल्क जमीन का पट्टा सौंपा. श्रद्धांजलि सभा में मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, मंत्री कवासी लखमा, छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुंदर दास, विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक बृजमोहन अग्रवाल एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.