• Tue. Jul 1st, 2025

इजराइली सेना की गलती से हुई फिलिस्तीनी डॉक्टरों की मौत, डिप्टी कमांडर बर्खास्त

ByCreator

Apr 21, 2025    150830 views     Online Now 452
इजराइली सेना की गलती से हुई फिलिस्तीनी डॉक्टरों की मौत, डिप्टी कमांडर बर्खास्त

जांच में सामने आई सेना की लापरवाही. (सांकेतिक तस्वीर)

गाजा में पिछले महीने इजराइली बलों के हमले में 15 फिलिस्तीनी डॉक्टरों की हत्या की जांच में पेशेवर विफलता पाई गई है. अब इस मामले में एक डिप्टी कमांडर को बर्खास्त किया जाएगा. इजराइल ने पहले दावा किया कि सैनिकों की कार्रवाई के दौरान डॉक्टरों के वाहनों पर इमरजेंसी सिग्नल नहीं थे, लेकिन बाद में उसने अपना बयान वापस ले लिया.

एक डॉक्टर से बरामद मोबाइल फोन के वीडियो ने इजराइल के बयान को झूठा साबित कर दिया. सैन्य जांच में पाया गया कि रात में विजिबिलिटी कम होने के कारण डिप्टी बटालियन कमांडर को लगा कि एंबुलेंस हमास के चरमपंथियों की थी. घटना के वीडियो में देखा गया कि एंबुलेंस पर इमरजेंसी लाइट जल रही थी.

गोलीबारी में 15 डॉक्टरों की मौत

साउथ गाजा शहर राफा के एक जिले तेल अल-सुल्तान में 23 मार्च को अभियान के दौरान सैनिकों की गोलीबारी में रेड क्रिसेंट के आठ कर्मचारी, छह नागरिक सुरक्षा कर्मचारी और एक संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी मारे गए थे. इसके बाद सैनिकों ने शवों और उनके क्षतिग्रस्त वाहनों पर बुलडोजर से कुचल दिया और उन्हें सामूहिक कब्र में दफना दिया.

इजराइली सैन्य जांच में कहा गया कि इजराइली बलों की गलतफहमी के कारण फिलिस्तीनी मारे गए और 15 मिनट बाद इजराइली सैनिकों के फिलिस्तीनी संयुक्त राष्ट्र वाहन पर गोली चलाने की एक अलग घटना आदेशों का उल्लंघन थी. जांच में पाया गया कि एंबुलेंस को कुचलने का निर्णय गलत था, लेकिन इस बात से इनकार किया कि घटना को छिपाने का प्रयास किया गया.

See also  आजम खान के परिवार को बड़ी राहत, कोर्ट से पत्नी, बड़े बेटे और बहन को मिली नियमित जमानत

एम्बुलेंस पर गोलियों की बौछार

जांच के अनुसार, डिप्टी कमांडर, जो रात में कम विजिबिलिटी के तहत काम कर रहा था, उसको लगा कि उसके सैनिक खतरे में हैं, जब एम्बुलेंस उनकी ओर तेज़ी से बढ़ रही थी और डॉक्टर पीड़ितों की जांच करने के लिए बाहर निकल रहे थे. सेना ने कहा कि रात में देखने वाले ड्रोन और चश्मों पर चमकती हुई रोशनी कम दिखाई दे रही थी. जिसके बाद एम्बुलेंस तुरंत गोलियों की बौछार की चपेट में आ गई जो थोड़े समय के लिए रुकते हुए पांच मिनट से अधिक समय तक चलती रही. कुछ मिनट बाद, सैनिकों ने घटनास्थल पर रुकी संयुक्त राष्ट्र की एक कार पर गोलीबारी शुरू कर दी.

ऑपरेशनल गलतफहमी से हुई मौतें

फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख ने कहा है कि पुरुषों को बहुत करीब से निशाना बनाया गया था. सेना के नाइट-विजन ड्रोन फुटेज से पता चलता है कि सैनिक एम्बुलेंस से 20 से 30 मीटर दूर थे. जांच में पाया गया कि पैरामेडिक्स इजराइली बलों द्वारा ऑपरेशनल गलतफहमी के कारण मारे गए थे, और यूएन कार पर गोलीबारी आदेशों का उल्लंघन थी.

डिप्टी कमांडर ने सबसे पहले की गोलीबारी

जनरल योआव हर-इवेन ने कहा कि डिप्टी कमांडर ने सबसे पहले गोलीबारी शुरू की, जिसके बाद बाकी सैनिकों ने गोलीबारी शुरू कर दी. हर-इवेन ने कहा कि कोई भी पैरामेडिक हथियारबंद नहीं था और किसी भी वाहन में कोई हथियार नहीं मिला. इजराइल ने हमास पर एम्बुलेंस में लड़ाकों को छिपाने का आरोप लगाया हर-इवेन ने कहा कि डिप्टी कमांडर को घटना के बारे में जांचकर्ताओं को पूरी तरह से सटीक रिपोर्ट नहीं देने के लिए निकाल दिया गया था जिसमें सैनिकों ने संयुक्त राष्ट्र के वाहन पर गोलीबारी की थी.

See also  शराब ठेकेदार का गुंडाराज! गुर्गों ने जनपद अध्यक्ष पति के साथ की मारपीट, पुलिस को आता देख हुए फरार

नेतन्याहू पर युद्ध अपराधों का आरोप

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने अंतिम उपाय के रूप में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू और पूर्व रक्षामंत्री योव गैलेंट पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया है. इजराइल, जो न्यायालय का सदस्य नहीं है, ने लंबे समय से दावा किया है कि उसकी कानूनी प्रणाली सेना की जांच करने में सक्षम है, और नेतन्याहू ने आईसीसी पर यहूदी विरोधी होने का आरोप लगाया है.

2023 में हमले से शुरू हुआ युद्ध

गाजा में युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इज़राइल पर हमला किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर नागरिक थे, और 251 का अपहरण कर लिया गया. ज़्यादातर बंधकों को युद्धविराम समझौतों या अन्य सौदों के तहत रिहा कर दिया गया है. हमास ने वर्तमान में 59 बंधकों को बंदी बना रखा है, जिनमें से 24 के जीवित होने का अनुमान है.

नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जो नागरिकों और लड़ाकों के बीच अंतर नहीं करता है, इज़राइल के हमले ने तब से 51,000 से ज़्यादा फिलिस्तीनी लोगों को मार डाला है, जिनमें ज़्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. गाजा में हमास के खिलाफ दुर्लभ सार्वजनिक विरोध प्रदर्शनों और इजराइल में जारी साप्ताहिक रैलियों के साथ दोनों पक्षों में निराशा बढ़ रही है, जिसमें सरकार पर सभी बंधकों को वापस लाने के लिए एक समझौते पर पहुंचने का दबाव डाला जा रहा है.

[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X

Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login

See also  Admission Fair 2025 : रायपुर में कल से दो दिवसीय एडमिशन फेयर, देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों से छात्र ले सकेंगे मार्गदर्शन
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x
NEWS VIRAL