सुरेश पत्रागिरी, बीजापुर। बीजापुर नगर के ह्रदय स्थल पर खाली पड़ी सरकारी जमीन पर रसूखदारों ने कब्जा कर लिया है. इस संबंध में मीडिया की ओर से ध्यान आकर्षित किए जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गई है, जिससे कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. इसे भी पढ़ें : शर्मनाक…, खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की याद में कनाडाई संसद में रखा सांसदों ने मौन…
रसूखदारों ने ITR भवन के पीछे स्थित खाली पड़ी सरकारी जमीन पर कब्जा जमाने वहां लगे सागौन और आम के पेड़ की कटाई कर दी. खसरा नंबर 969 के 0.0110 हेक्टेयर पर किए गए कब्जे वाली जमीन की कीमत करोड़ों में है. इस कवायद के लिए रसूखदारों ने पहले से ही शतरंत की बिसात बिछा चुके हैं. बताया जा रहा है कि रसूखदारों ने कब्जे से पहले पटवारी से लेकर ऊपर के अधिकारियों तक की साठ-गांठ बना ली है.
इसे भी पढ़ें : असम के गृह सचिव ने खुद को मारी गोली, जानिए किस वजह से उठाया आत्मघाती कदम…
जानकारों के मुताबिक, यह रसूखदारों के बड़े प्लान का एक छोटा सा हिस्सा है, जिस पर भी कार्रवाई करने से प्रशासनिक अधिकारियों के कांप रहे हाथ-पांव अपने आप में बड़ा संदेश है. दरअसल, रसूखदार नेशनल हाइवे के दोनों ओर कब्जा जमाने की फिराक में है. इस कब्जे का फायदा हर लिहाज से है. लेकिन आलम यही रहा तो माना जा रहा है कि आने वाले समय में मेन रोड़ किनारे किसी भी सरकारी भवन निर्माण के लिए जमीन नही बचेगी.
इसे भी पढ़ें : Share Market Latest News : दूसरे दिन फिर उछला शेयर बाजार, जानिए सेंसेक्स और निफ्टी की चाल…
बीजापुर तहसीलदार डीआर ध्रुव ने मीडिया के सवाल पर बताया कि उन्होंने बीजापुर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को पत्र जारी कर दिया है. इस पूरे मामले पर बीजापुर फॉरेस्ट विभाग और बीजापुर राजस्व विभाग – दोनों टीमें मिलकर कार्रवाई करेंगे.
छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक