
पीएम मोदी मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज़्ज़ू के आमंत्रण पर 25 और 26 जुलाई को यहां के दौरे पर रहेंगे.
पीएम मोदी अपनी 4 दिन की विदेश यात्रा पर हैं. ब्रिटेन के बाद अब उनकी यात्रा का अगला पड़ाव मालदीव है. पीएम मोदी मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज़्ज़ू के आमंत्रण पर 25 और 26 जुलाई को यहां के दौरे पर रहेंगे. यह प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव की तीसरी यात्रा है. मालदीव भारतीयों को आकर्षित करता रहा है. हर साल बड़ी संख्या में यहां भारतीय पहुंचते हैं.
साल 2023 में यहां 2 लाख भारतीय घूमने पहुंचे थे, लेकिन 2024 में भारत और मालदीव के सम्बंधों में खटास और बायकॉट कैम्पेन के कारण भारतीय पर्यटकों की संख्या घटकर 1.30 लाख हो गई थी. भारतीय यहां पहुंचते हैं और दिल खोलकर खर्च करते हैं. इसी बहाने आइए जानते हैं कि भारत के 100 रुपए मालदीव में जाकर कितने हो जाते हैं.
कैसी है मालदीव की करंसी?
मालदीव की आधिकारिक करंसी का नाम मालदीवियन रूफिया है. इसे शॉर्ट फॉर्म में MVR लिखा जाता है, ठीक वैसे ही जैसे भारतीय रुपया को INR लिखा जाता है. दावा किया जाता है कि मालदीव की करंसी का नाम रूफिया संस्कृत के शब्द रूप्य से लिया गया है. जिसका मतलब होता है चांदी.
मालदीव की करंसी पर समुद्री जीव-जन्तु, पानी के खेल, मछलियां और वहां की संस्कृति को दिखाया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि मालदीव पानी से घिरा हुआ देश है और यहां जीव-जन्तु की हजारों किस्में हैं.
भारत के 100 रुपए मालदीव में कितने?
भारत का 1 रुपया मालदीव में जाकर 0.18 मालदीवियन रूफिया हो जाता है. इसी तरह भारतीय करंसी के 100 रुपए यहां जाकर 17.82 मालदीवियन रूफिया हो जाते हैं. यह बताता है कि भारत और मालदीव की करंसी में कितना अंतर है. मालदीव की करंसी को कंट्रोल करने का काम यहां का सेंट्रल बैंक करता है, जिसका नाम मालदीव मोनेट्री अथॉरिटी है.

मालदीव की करंसी.
साल 2015 में मालदीव ने पॉलीमर या यानी प्लास्टिक आधारित नोटों की सीरिज जारी की थी, जिन्हें ज्यादा टिकाऊ कहा जाता है. वहीं मालदीव की “Randhiha Faheh” सीरीज को दुनिया की सबसे सुंदर करंसी डिजाइन में शामिल किया गया है. इतना ही नहीं, मालदीव ने अपनी 50 वीं स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर विशेष नोट भी जारी किए थे, जिसने काफी चर्चा बटोरी थी.
78 साल गुलाम रहे मालदीव के आजादी के जश्न में शामिल होंगे PM मोदी
पीएम मोदी का मालदीव दौरा बहुत खास है. राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के आमंत्रण पर पर पीएम मोदी मालदीव के आजादी के जश्न में शामिल होंगे. मालदीव हर साल 26 जुलाई को स्वाधीनता दिवस समारोह मनाता है. अपने बीच और आइलैंड के लिए दुनियाभर में फेमस मालदीव 78 सालों में ब्रिटेन का गुलाम रहा है. 26 जुलाई, 1965 को मालदीव के तत्कालीन प्रधानमंत्री इब्राहिम नासिर और क्वीन एलिजाबेथ की ओर से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए और इसके साथ ही मालदीव को आजादी मिल गई. अब उसी आजादी का जश्न 26 जुलाई को मालदीव मनाएगा, जिसमें पीएम मोदी शामिल होंगे.
मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के समारोह में पीएम मोदी बतौर ‘मुख्य अतिथि’ शामिल होंगे. इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री डॉ. मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात करेंगे और कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे. यह यात्रा भारत द्वारा अपने समुद्री पड़ोसी देश मालदीव को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है, जिसका भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और विजन में विशेष स्थान है. यह यात्रा दोनों पक्षों के घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा और मजबूत करने का काम करेगी.
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