• Thu. Sep 19th, 2024

हिट एंड रन केस में कैसे पकड़े जाते हैं अपराधी? ऐसे खुलती है गुत्थी – Hindi News | Hit and run case how to solve police

ByCreator

Sep 1, 2024    150829 views     Online Now 394
हिट एंड रन केस में कैसे पकड़े जाते हैं अपराधी? ऐसे खुलती है गुत्थी

हिट एंड रन केस

हिट एंड रन केस में आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस और फॉरेंसिक टीमें कई आधुनिक तकनीकों और जांच प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करती हैं. इन तरीकों के बारे में जानने के बाद कोई भी व्यक्ति इस तरह की गलती करने से पहले दो बार सोचेगा. यहां बताया गया है कि कैसे हिट एंड रन मामलों में अपराधी पकड़े जाते हैं.

सीसीटीवी फुटेज

अधिकतर सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं. पुलिस सीसीटीवी फुटेज को स्कैन करके घटना के समय की वीडियो क्लिप्स हासिल करती है. इससे गाड़ी की पहचान, नंबर प्लेट, और ड्राइवर के हुलिए की जानकारी मिल सकती है.

चश्मदीद गवाह

दुर्घटना स्थल पर मौजूद चश्मदीद गवाहों के बयान भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. गवाह घटना की जानकारी, गाड़ी का रंग, मॉडल, और ड्राइवर का विवरण पुलिस को दे सकते हैं, जिससे आरोपी की पहचान में मदद मिलती है.

ये भी पढ़ें

फॉरेंसिक साक्ष्य

दुर्घटना स्थल से गाड़ी के टूटे हुए हिस्से, टायर के निशान, और अन्य फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए जाते हैं. फॉरेंसिक टीम इन साक्ष्यों की मदद से गाड़ी के मॉडल और उसकी स्थिति का पता लगा सकती है. गाड़ी पर लगे खून या अन्य जैविक साक्ष्यों की डीएनए प्रोफाइलिंग भी की जा सकती है, जिससे पीड़ित और आरोपी की पहचान में मदद मिलती है.

वाहन के रंग और पेंट के निशान

दुर्घटना में गाड़ी पर से पेंट के टुकड़े निकल सकते हैं. इन पेंट के निशानों का विश्लेषण करके गाड़ी के रंग और मॉडल का पता लगाया जा सकता है, जिससे पुलिस उस गाड़ी की खोज कर सकती है.

See also  महिलाओं के छोटे बिजनेस को सपोर्ट करते नजर आए Sonu Sood, वीडियो शेयर कर कहा- उन्हें सशक्त बनाएं ...

वाहन की नंबर प्लेट पहचान

अगर सीसीटीवी फुटेज या चश्मदीद गवाह से नंबर प्लेट की पूरी या आंशिक जानकारी मिल जाए, तो पुलिस वाहन रजिस्ट्रेशन डेटाबेस से उस गाड़ी और मालिक का पता लगा सकती है.

मोबाइल फोन ट्रैकिंग

दुर्घटना स्थल के आसपास मौजूद मोबाइल टॉवर्स की जानकारी का विश्लेषण करके पुलिस यह पता लगा सकती है कि उस समय वहां कौन-कौन से मोबाइल फोन सक्रिय थे. इससे संभावित आरोपियों का पता लगाने में मदद मिल सकती है.

सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी

कई बार अपराधी घटना के बाद अपनी गतिविधियों के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी डालते हैं, जिसे पुलिस ट्रैक कर सकती है. इसके अलावा, अगर कोई गवाह घटना का वीडियो या फोटो सोशल मीडिया पर डालता है, तो वह भी महत्वपूर्ण सबूत बन सकता है.

नकली गवाहों और झूठी कहानियों का पर्दाफाश

कई बार आरोपी अपनी पहचान छिपाने के लिए नकली गवाहों का इस्तेमाल करते हैं या झूठी कहानियां गढ़ते हैं. पुलिस जांच के दौरान इन झूठे साक्ष्यों की सत्यता की जांच करती है और सच का पता लगाती है.

गाड़ी की सर्विस हिस्ट्री

दुर्घटना के बाद यदि आरोपी गाड़ी को रिपेयर कराने के लिए ले जाता है, तो पुलिस गैरेज और सर्विस सेंटर से संपर्क करके रिपेयर की गई गाड़ियों की जानकारी ले सकती है. इससे दुर्घटना में शामिल गाड़ी का पता लगाया जा सकता है.

साइबर जांच

पुलिस कई बार इंटरनेट और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर आरोपी की गतिविधियों का पता लगाती है, जिससे आरोपी के ठिकाने और घटना के बारे में जानकारी मिल सकती है. इन तरीकों से पुलिस हिट एंड रन केस में आरोपी को पकड़ने में सफल हो सकती है. इस जानकारी को जानने के बाद कोई भी व्यक्ति इस तरह की गलती करने से पहले कई बार सोचेगा, क्योंकि पकड़े जाने की संभावना बहुत अधिक है.

See also  राष्ट्रीय पेंशन योजना में किसे निवेश करना चाहिए, जानिए

[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X

Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x
NEWS VIRAL