• Wed. Apr 16th, 2025

Global Investors Summit 2025: भोपाल होगा इंडस्ट्री लीडर्स का महामंच, PM मोदी कल करेंगे कार्यक्रम का शुभारंभ 

ByCreator

Feb 23, 2025    150824 views     Online Now 212

भोपाल। मध्यप्रदेश निवेशकों, व्यवसायियों और उद्योगों के लिए ‘अनंत संभावनाओं’ के उद्देश्य से बहुप्रतीक्षित “इन्वेस्ट मध्यप्रदेश – ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025” की मेजबानी करने के लिए तैयार है। 24-25 फरवरी, 2025 को भोपाल में पहली बार आयोजित होने वाली समिट मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक है। समिट के आयोजन से प्रदेश की राजधानी भोपाल, देश के सबसे बड़े निवेश सम्मेलन का केंद्र बन गई है और म.प्र. उद्योग हब बनकर उभर रहा है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 फरवरी को 2  दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे। भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में होने वाली इस समिट में प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश की औद्योगिक नीतियों का शुभारंभ करेंगे और देश-विदेश से आए निवेशकों, उद्योगपतियों, प्रवासी भारतीयों और स्टार्ट-अप्स को संबोधित करेंगे और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में राज्य की 18 से अधिक नई नीतियों का अनावरण करेंगे। इसमें औद्योगिक, खाद्य, निर्यात, एमएसएमई, स्टार्ट-अप्स, जीसीसी, सेमी-कंडक्टर, ड्रोन, पर्यटन, फिल्म निर्माण नीति शामिल है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के संबोधन से पहले राज्य की औद्योगिक और निवेश क्षमता को प्रदर्शित करने वाला 5 मिनट की वीडियो फिल्म प्रदर्शित की जाएगी।  

READ MORE: Global Investors Summit 2025: भोपाल में वैश्विक निवेशकों का महासंगम, 60 देशों के 133 विदेशी प्रतिभागी होंगे शामिल 

समिट में सहभागिता के लिए 25 हजार से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए हैं। इनमें 50 से अधिक देशों के 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि भोपाल आ रहे है। इसमें राजदूत, उच्चायुक्त और महावाणिज्य दूत शामिल हैं। समिट में व्यापक पैमाने पर भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि मध्यप्रदेश ने देश-दुनिया के निवेशकों को आकर्षित किया है।

समिट में भाग लेने वाले प्रमुख उद्योगपतियों में आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी, गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और एमडी नादिर गोदरेज, रसना प्राइवेट लिमिटेड के समूह अध्यक्ष  पिरुज खंबाटा, भारत फोर्ज लिमिटेड के अध्यक्ष और एमडी बाबा एन कल्याणी, सन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के ग्लोबल हेड ऑफ ऑपरेशंस राहुल अवस्थी और एसीसी लिमिटेड के सीईओ नीरज अखौरी जैसे दिग्गज शामिल हैं। 

जीआईएस-2025 में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा और वस्त्र, खनन, सूचना प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, शहरी विकास, पर्यटन और खाद्य जैसे प्रमुख निवेश क्षेत्र विभिन्न सम्मेलनों के माध्यम से निवेशकों को अनंत संभावनाओं से परिचित कराएंगे।

गृह मंत्री शाह करेंगे 25 फरवरी को जीआईएस का समापन

जीआईएस के दूसरे दिन, 25 फरवरी को समापन में मुख्य सचिव अनुराग जैन राज्य के विकास के संदर्भ में भविष्य की रूपरेखा पर प्रकाश डालेंगे। इसके बाद ‘मध्यप्रदेश – अनंत संभावनाएं’ नामक वीडियो की प्रस्तुति होगी, जिसमें राज्य की विशाल क्षमता और अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा। प्रमुख उद्योगपति सभा को संबोधित कर अपना विजन और अनुभव साझा करेंगे। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का मुख्य संबोधन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव भी संबोधित करेंगे। दो दिवसीय निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग और प्रदेश के औद्योगिक निवेश संभावनाओं पर परस्पर चर्चा करेंगे।

See also  सीएम साय ने 12 माओवादियों की गिरफ्तार पर की सुरक्षाबलों के जवानों प्रशंसा, कहा-लड़ाई नक्सलवाद के खात्मे तक जारी रहेगी

भागीदार देश सत्र : शिखर सम्मेलन ने वैश्विक भागीदारी को आकर्षित किया है, जिसमें भागीदार देश विभिन्न सत्रों की मेजबानी कर रहे हैं। इनमें ग्लोबल साउथ, जर्मनी और मध्यप्रदेश के लिए निवेश रणनीतियों और जापान और मध्यप्रदेश के बीच आर्थिक सहयोग पर सत्र शामिल हैं। कनाडा के साथ एक राउण्ड टेबल मीटिंग, पोलैंड के साथ एक कंट्री सेशन और एक बहुराष्ट्रीय निवेश सत्र भी होगा।

विभागीय शिखर सम्मेलन: नवीनीकृत मध्यप्रदेश शिखर सम्मेलन, ‘कुसुम’ परियोजनाओं के लिए हस्ताक्षरित पॉवर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए), लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) वितरण और बीईएसएस परियोजना के साथ मुरैना सौर पर पूर्व-बोली बैठकों सहित हरित ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

टेक-इन्वेस्ट समिट: यह समिट राज्य को टेक संचालित अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में संभावनाओं को उजागर करेगा, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट शहरों और डिजिटल परिवर्तन पर चर्चा होगी, जिसमें एक समर्पित एआई और आईटी स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन नीति का शुभारंभ होगा।

एमएसएमई और स्टार्ट-अप सत्र : मध्यप्रदेश का जीवंत एमएसएमई और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र नवाचार और विकास को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह शिखर सम्मेलन उद्यमियों, निवेशकों और औद्योगिक संगठनों को जोड़ता है। साथ ही सहयोग और विस्तार के अवसरों को भी बढ़ावा देता है। शिखर सम्मेलन राज्य में स्टार्ट-अप और एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र पर केंद्रित है। प्रमुख यूनिकॉर्न, स्टेबिलिटी और ब्रांड रिस्पांसिबिलिटी स्टार्ट-अप शिखर सम्मेलन का हिस्सा बन रहे है।

खनन शिखर सत्र : समिट में एनएमईटी फंड का उपयोग करके तांबा और रणनीतिक खनिजों का पता लगाने के लिए एमपीएसएमसीएल और हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

शहरी विकास शिखर सत्र: इस सत्र में किफायती आवास, शहरी नियोजन में एआई और शहरों में नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने संबंधी चर्चा रहेगी।

कपड़ा और परिधान सत्र : समिट में तकनीकी और सुरक्षात्मक वस्त्रों को बढ़ाने पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी। सत्र में जापान की मशहूर कम्पनी यूनिक्लो मध्यप्रदेश के वस्त्र और परिधान उद्योग की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।

पर्यटन सत्र : सत्र में इंडियाहाइक्स के साथ बहु-दिवसीय ट्रेकिंग मार्गों को विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन, ग्वालियर किले की रोशनी के लिए इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) के साथ एक सीएसआर साझेदारी आदि सहित प्रमुख पहलों की घोषणा की जाएगी।

प्रवासी मध्यप्रदेश सत्र: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में प्रवासी मध्यप्रदेश के प्रवासी नागरिक शामिल होंगे। यह सत्र वैश्विक भारतीय प्रवासी को जोड़ने, नए निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रमुख मंच प्रदान करेगा।

See also  ऊर्जा मंत्री तोमर ने इंदौर में ग्रिड ऑपरेटर का किया सम्मान, स्वच्छता और न्यूनतम ट्रिपिंग के दिए निर्देश

क्षेत्रीय सत्र: जीआईएस में क्षेत्रीय शिखर सम्मेलनों की श्रृंखला भी होगी, जो प्रमुख क्षेत्रों में निवेश की क्षमता को अनलॉक करेगी। इसमें – मॉलीक्युल्स टू मशीन (स्वास्थ्य सेवा, फार्मा और चिकित्सा उपकरण): आयात निर्भरता, स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने, उद्योग परिवर्तन, सरकारी नीतियों, डिजिटल परिवर्तन और नियामक चुनौतियों पर चर्चा के साथ भारत में फार्मा और मेडटेक की विकास कहानी का प्रदर्शन होगा।

सीड-टू-शेल्फ (खाद्य प्रसंस्करण, कृषि और बागवानी): इस सत्र में कृषि से तैयार उत्पादों की मूल्य श्रृंखला, खाद्य प्र-संस्करण और बागवानी में निवेश आकर्षित करने, क्षेत्र की जैव विविधता, कृषि उत्पादन और औद्योगिक परिदृश्य पर विषय विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की जाएगी।

नए युग का निर्माण (कपड़ा और परिधान): इस सत्र में मध्यप्रदेश की प्रचुर कच्ची सामग्री उपलब्धता, मजबूत बुनियादी ढांचा के साथ-साथ मैन्यूफैक्चरिंग, डिजाईन, इनोवेशन और निर्यात विस्तार बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी।

कौशल विकास सत्र: इस सत्र में युवाओं में कौशल विकास प्रतिभा का पोषण और बढ़ते कार्य बल को सशक्त बनाने पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना जैसी पहलों के साथ, मध्यप्रदेश को एक अग्रणी कौशल विकास केंद्र के रूप में उभर रहा है, जो युवाओं को रोजगार के लिये तैयार कर रहा है।

खाद्य एवं भंडारण सत्र : इस सत्र में मध्यप्रदेश को दुनिया से जोड़ना के उद्देश्य से प्रदेश के  सुविकसित परिवहन बुनियादी ढांचे और अग्रणी उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा।

सहकारिता सत्र: इस सत्र में राज्य के आर्थिक विकास में सहकारी समितियों की भूमिका को उजागर करना और सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी।

सड़क अवसंरचना सत्र: इस सत्र में मध्यप्रदेश में सड़क अवसंरचना विकास में निवेश के अवसरों, नवीन समाधानों और भविष्य की संभावनाओं पर विषय-विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की जाएगी।

भविष्य की चुनौतियां

एमपी स्टार्ट-अप पिचिंग सत्र: इस सत्र में स्टार्ट-अप्स को अपने नवीन विचारों और समाधानों को पिच करने के उद्देश्य से युवा स्टार्ट-अप उद्यमी सम्मिलित होंगे। इससे राज्य में उद्यमिता और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।

ग्रीन हाइड्रोजन: इस सत्र में टिकाऊ ऊर्जा स्रोत के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन की क्षमता, निवेश के अवसरों और इस तकनीक को आगे बढ़ाने में मध्यप्रदेश की भूमिका पर चर्चा की जाएगी।

शिखर सम्मेलन और सत्रों के अलावा, कपड़ा और परिधान के साथ सीआईआई बैठकें, एमएसएमई परिषद के साथ बैठक और विकसित भारत युवा नेता संवाद भी होगा।

प्रदर्शनियाँ

जीआईएस-2025 में इन निवेश शिखर सम्मेलनों के समानांतर ऑटो एक्सपो जोन, इलेक्ट्रिक वाहनों और स्वच्छ गतिशीलता में नवाचारों का प्रदर्शन, टेक्सटाइल एक्सपो जोन, टिकाऊ और सुरक्षात्मक वस्त्रों का प्रदर्शन और एमपी मंडप प्रदर्शनियाँ, मध्यप्रदेश की औद्योगिक ताकत और निवेश प्रोत्साहन को उजागर करना सहित कई प्रदर्शनियाँ होंगी।

See also  सैफ अली खान संग रिश्ते में इनसिक्योर हो गईं थी अमृता सिंह, कहा - मैं फ्राइंग पैन से सिर फोड़ देती

B2B और B2G मीटिंग:

जीआईएस-2025 के अंतर्गत बीट-2-बी (बिजनेस टू बिजनेस) और बिजनेस-टू-गवर्नमेंट (बी2जी) मीटिंग के माध्यम से व्यवसायों के लिए विशेष नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म प्रदान किया जाएगा, जिससे निवेशक सीधे नीति निर्माताओं, नियामक निकायों और उद्योग के नेताओं से जुड़ सकते हैं।

एमपी बिजनेस एग्जीक्यूटिव मीट, एमपी गवर्नमेंट और बिजनेस मीट और विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग जैसे प्रमुख कार्यक्रम रणनीतिक व्यावसायिक नेटवर्किंग, नियामक चर्चा और उद्यमिता विकास की सुविधा प्रदान करेंगे।

एक्सपो और प्रदर्शनी:

शिखर सम्मेलन में कई समानांतर एक्सपो आयोजित किए जाएँगे, जिनमें मध्यभारत फ़ैब्रिक और फ़ैशन एक्सपो में मध्यप्रदेश के समृद्ध कपड़ा उद्योग, परिधान में नवाचार और उभरते वैश्विक फ़ैशन रुझानों को प्रदर्शित किया जाएगा।

एमपी मोबिलिटी एक्सपो – इस एक्सपो में राज्य की ऑटोमोटिव क्षेत्र में हुई प्रगति को प्रदर्शित किया जाएगा।

ओडीओपी विलेज: राज्य की एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) पहल, स्थानीय कारीगरों और लघु उद्योगों का प्रदर्शन किया जाएगा।

एमपी पैवेलियन प्रदर्शनी राज्य के औद्योगिक परिदृश्य और व्यावसायिक प्रोत्साहनों के बारे में जानकारी प्रदान करती है।

एमपी डिजिटल एक्सपीरियंस ज़ोन – प्रधानमंत्री श्री मोदी 5,000 वर्ग फीट में निर्मित इमर्सिव सेंटर का भ्रमण करेंगे। इसमें वे मध्यप्रदेश की समृद्ध विरासत, ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटन स्थलों का वर्चुअल अनुभव लेंगे। यह जोन जीआईएस में आने वाले प्रतिभागियों को मध्यप्रदेश की परंपरा और नवाचार के संगम का अनुभव कराएगा।
|
सामान्य प्रदर्शनी – व्यवसायियों को अपने उत्पादों, सेवाओं और तकनीकी प्रगति को उजागर करने के लिए मंच प्रदान करना। जीआईएस-2025 कुशल यातायात और सुरक्षा प्रबंधन, ई-कार्ट स्टेशन और शटल सेवाओं के साथ सहज कार्यक्रम अनुभव प्रदान करेगा। स्थिरता और नवाचार पर केंद्रित, इसका उद्देश्य कार्बन-रहित आयोजन बनना है। जीआईएस-2025, निवेश शिखर सम्मेलन से कहीं अधिक भारत के सबसे तेजी से बढ़ते राज्यों में से एक मध्यप्रदेश में आर्थिक अवसरों का प्रवेश द्वार है। यह “उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025” की शुरुआत का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य रोजगार सृजित करना, कौशल विकास को बढ़ाना और विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचा तैयार करना है। यह शिखर सम्मेलन निवेशकों के विश्वास को सुदृढ़ करेगा, नई नीतियों को क्रियान्वित करेगा और रोजगार के अवसर खोलेगा, जिससे राज्य “विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश” की ओर अग्रसर होगा।

Achchhikhabar.in के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X

[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X

Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x
NEWS VIRAL