Abhishek Sharma: भारत और जिम्बाब्वे के बीच खेले जा रहे दूसरी टी20 मैच में अभिषेक शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को मुरीद बना लिया है. अपने डेब्यू मैच में शून्य पर आउट होने वाले पंजाब के इस युवा बल्लेबाज ने केवल 46 गेंदों पर शतक जड़कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कर लिया है. अभिषेक अब भारत के लिए सबसे तेज टी20 इंटरनेशनल शतक जड़ने वाले चौथे और सबसे कम पारियों में टी20I शतक जड़ने वाले भारतीय खिलाड़ी भी बन गए हैं. उनकी यह सफलता बेशक उनकी सालों की कड़ी मेहनत का नतीजा है, लेकिन खुद अभिषेक अपनी इस सफलता का श्रेय तीन लोगो को देते है जिनके मार्गदर्शन के बिना उनके लिए इस मुकाम तक पहुंचना नामुमकिन था. कौन है वो 3 दिग्गज ? आइए जानते है.
अभिषेक के पिता है उनके कोच
बता दें कि अभिषेक शर्मा के पिता राजकुमार शर्मा खुद भी एक पूर्व क्रिकेटर हैं. वे बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज थे और पंजाब के लिए घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं. राजकुमार शर्मा ही अभिषेक के कोच भी हैं और उन्होंने बचपन से ही उन्हें क्रिकेट की बारीकियां सिखाई हैं. अभिषेक ने कहा, “मैं अपनी बल्लेबाजी पर तो भरपूर मेहनत करता हूं. लेकिन, इस दौरान अपने पापा के साथ मैं अपनी गेंदबाजी पर भी काम करता हूं. इसलिए, मैच में जो भी मैंने किया उसके बाद उनका जिक्र जरूरी है क्योंकि इसके पीछे उनका भी रोल है.”
युवराज सिंह के चेले हैं अभिषेक शर्मा
गौरतलब है कि अभिषेक शर्मा युवराज सिंह के चेले हैं. वह पंजाब की ओर से घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं. युवी की मेंटरशिप में ही अभिषेक शर्मा हार्ड हिटिंग बल्लेबाज बने हैं. अभिषेक 2018 की अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रह चुके हैं. उन्होंने IPL के इस सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए विस्फोटक बल्लेबाजी की थी. अभिषेक ने 16 मैचों में 32.27 के औसत और 204.22 के स्ट्राइक रेट से 484 रन जड़े. जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले टी20 मैच में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद कई सवाल उठ रहे थे, अब उन्होंने दूसरे ही मैच में शतक ठोक जता दिया है कि वे भविष्य में भी इसी लय में रहेंगे.
ब्रायन लारा से मिला कॉन्फिडेंस
बता दें कि अभिषेक की सफलता के पीछे उनके पिता राजकुमार शर्मा और पूर्व भारतीय खिलाड़ी युवराज सिंह के अलावा वेस्ट इंडीज के दिग्गज क्रिकेटर ब्रायन लारा का भी हाथ है. भारत के लिए टी20 में डेब्यू से पहले अभिषेक ने IPL में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था. उस वक्त एक मैच में फिफ्टी जड़ने के बाद उन्होंने अपने पिता, युवराज सिंह और सनराइजर्स हैदराबाद के पूर्व कोच ब्रायन लारा को अपनी सफलता का श्रेय दिया था. तब उन्होंने कहा था कि ब्रायन लारा की मदद से वो अपने खेल में सुधार करने में कामयाब हुए. अगर उन्हें किसी भी तरह का डाउट रहता है तो वह ब्रायन लारा से उसे साझा कर उसका समाधान निकलने की कोशिश करते है. लारा के मार्गदर्शन ने उनमें कॉन्फिडेंस भर दिया है.
2017 में पंजाब से विजय हजारे ट्रॉफी में किया था डेब्यू
अभिषेक शर्मा ने 2017 में पंजाब के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में डेब्यू किया, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. इसी साल उन्हें रणजी ट्रॉफी और फर्स्ट क्लास मैच में भी डेब्यू करने का मौका मिला. अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजी से प्रभावित कर 2019 में उन्हें भारतीय अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया. उनकी कप्तानी में भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता, जिसमें उन्होंने फाइनल में श्रीलंका को हराया. इसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें आईपीएल में अपनी टीम में शामिल किया.
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