एनसीपी पवार गुट के नेता शरद पवार और तेलंगाना के सीएम रेवंथ रेड्डी
लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आ गए हैं. अभी तक के आए परिणामों और रुझानों में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए ने बाजी मार ली है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है. इस बार के चुनाव में विपक्षी इंडिया गठबंधन ने एनडीए को कड़ी टक्कर दी है. चुनाव इंडिया गठबंधन 200 का आंकड़ा पार करते हुए 233 के आसपास पहुंच गया है. हालांकि, अभी कई सीटों के परिणाम सामने आने हैं. इसलिए आंकड़ा ऊपर नीचे हो सकता है. इस बीच चर्चा है कि कांग्रेस सरकार बनाने के लिए तभी कदम आगे बढ़ाएगी जब दावा पुख्ता होगा. दावा पुख्ता होने के बाद भी कांग्रेस आगे बढ़ने को तैयार होगी.
चुनाव परिणाम के बीच सियासी गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि कांग्रेस को विपक्ष में बैठने से गुरेज नहीं है, लेकिन सहयोगी दल दबाव डाल रहे हैं कि सरकार बनाने का दावा किया जाए. अगर सरकार बनती है तो सरकार के फैसलों को पलटा जाए और कार्यकाल के फैसलों पर दूरबीन लगाकर जांच के दायरे में लाया जाए.
कांग्रेस को विपक्ष में बैठने से गुरेज नहीं
जानकारी यह भी सामने आई है कि एनसीपी पवार गुट के मुखिया शरद पवार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के संपर्क में है. दूसरी ओर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू के संपर्क में हैं. दोनों के बीच बेहतर रिश्ते भी रहे हैं. ऐसे में संपर्क की चर्चा से इनकार भी नहीं किया जा सकता है.
जेडीयू पर टिकीं विपक्षी दलों की निगाहें
विपक्षी दलों की नजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इसलिए टिकी है क्योंकि जेडीयू ने बिहार की 40 सीटों में से 12 पर जीत दर्ज की है. ऐसे में इंडिया गठबंधन अगर सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ता है तो उसे नीतीश कुमार का साथ जरूरी होगा क्योंकि इंडिया गठबंधन बहुमत से दूर है. अगर इंडिया गठबंधन का रथ 233 पर रुकता है तो उसे सरकार बनाने के लिए उसे 39 सीटों की जरूरत तो हर हाल में है. अगर इंडिया गठबंधन नीतीश कुमार को अपने पाले में करने में कामयाब भी रहता है तो भी उसे 27 और सीटों की जरूरत होगी.
आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू भी बने बड़े प्लेयर
यही वजह है कि रेवंत रेड्डी और चंद्रबाबू नायडू के बीच बेहतर रिश्ते की चर्चा हो रही है. इस बार के चुनाव में टीडीपी ने आंध्र प्रदेश में बढ़िया प्रदर्शन किया है. अभी तक नतीजों में आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से टीडीपी 12 पर जीत हासिल कर चुकी है जबकि 4 पर आगे चल रही है. ऐसे में अगर टीडीपी एनडीए से नाता तोड़कर इंडिया गठबंधन के साथ आते हैं तो सरकार बनाने के लिए 12-15 और सीटों की जरूरत पड़ेगी जिसे क्षेत्रीय दलों के साथ सामंजस्य बैठा कर आगे बढ़ा जा सकता है. हालांकि, अभी तक इंडिया गठबंधन को लेकर न तो नीतीश कुमार ने कुछ इशारा दिया है और न ही टीडीपी ने. मौजूदा चुनाव में ये दोनों ही पार्टियां एनडीए का हिस्सा है.
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