लंदन. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-II का 96 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में अंतिम सांस ली. वे 70 साल तक ब्रिटेन की सम्राट रहीं. जानकारी के अनुसार, एलिजाबेथ साल 1952 में ब्रिटेन की महारानी बनीं थीं और 16 महीने बाद जून 1953 में उनकी ताजपोशी हुई थी. अब उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के सम्राट होंगे. इस पर शाही परिवार का बयान आ गया है.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन की सबसे लंबे वक्त तक शासन करने वाली शासक रहीं. उनका जन्म साल 1926 में हुआ था. आज गुरुवार को उनकी तबीयत नाजुक होने की बात सामने आई थी. तब से वह डॉक्टर्स की देखरेख में थीं. महारानी की तबीयत बिगड़ते ही शाही परिवार के लोग स्कॉटलैंड पहुंचने लगे थे. यहां महारानी Balmoral Castle में थीं. यहां एलिजाबेथ समर ब्रेक में आई थीं.
शाही परिवार ने बताया था कि महारानी episodic mobility की दिक्कत से जूझ रही थीं. इसमें उनको खड़े होने और चलने में परेशानी होती थी. महारानी एलिजाबेथ-II को इसी साल फरवरी में कोरोना भी हो गया था. तब उनको हल्की सर्दी जैसे लक्षण थे.
1926 में हुआ था क्वीन एलिजाबेथ का जन्म
21 अप्रैल 1926 को क्वीन एलिजाबेथ का जन्म हुआ था. उस वक्त ब्रिटेन में किंग जॉर्ज पंचम का राज था. एलिजाबेथ के पिता किंग जॉर्ज छह भी बाद में ब्रिटेन के राजा बने थे. क्वीन एलिज़ाबेथ का पूरा नाम एलिजाबेथ एलेक्जेंडरा मैरी विंडसर था. साल 1947 में जब भारत अपनी आजादी की तैयारियों में जुटा था, उसी वक्त एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप की शादी हुई थी.
पीएम मोदी ने जताया दुख, कहा- मेरी संवेदनाएं ब्रिटेन के लोगों के साथ
पीएम मोदी ने एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि उनके निधन से बहुत आहत हुआ हूं. एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की एक दिग्गज शासक के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने अपने राष्ट्र और लोगों को प्रेरक नेतृत्व दिया. साथ ही सार्वजनिक जीवन में गरिमा और शालीनता से लोगों को सीखना चाहिए. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं. ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने भी शोक जताया है.