Union Budget 2025: केंद्रीय सरकार ने बजट 2025 में बैटरी निर्माण में प्रयुक्त अतिरिक्त महत्वपूर्ण खनिज और पूंजीगत वस्तुओं पर बेसिक कस्टम ड्यूटी (BCD) हटाने का ऐलान किया है, जिससे भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उद्योग को महत्वपूर्ण प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है. इस कदम से लिथियम-आयन बैटरियों के घरेलू निर्माण को बल मिलेगा और इनके निर्माण लागत में भी कमी आएगी, जिससे ईवी की कुल लागत में 35% से 40% तक की हिस्सेदारी रखने वाले बैटरी की कीमतों में भी संभावित गिरावट देखने को मिलेगी.
मुख्य बिंदु (Budget 2025)
BCD में छूट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जुलाई 2024 के बजट में 25 ऐसे महत्वपूर्ण खनिजों पर BCD पूरी तरह से माफ कर दिए गए थे जो देश में उपलब्ध नहीं थे. अब कोबाल्ट पाउडर और वेस्ट, लिथियम-आयन बैटरी का स्क्रैप, लेड, जिंक और 12 अन्य महत्वपूर्ण खनिजों पर भी BCD हटा दिया गया है. इससे बैटरी निर्माण में इस्तेमाल होने वाले इन कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
पूंजीगत वस्तुओं पर राहत
सरकार ने ईवी बैटरी निर्माण के लिए 35 अतिरिक्त पूंजीगत वस्तुओं पर भी BCD हटाने का निर्णय लिया है. इनमें पाउडर ड्रायर, ऑटोमैटिक फीडिंग और ब्लेंडिंग सिस्टम, स्लरी ट्रांसफर सिस्टम, कैथोड/एनोड एक्सट्रूजन कोटिंग मशीन, नकारात्मक इलेक्ट्रोड उत्पादन/प्लेट मशीन, पूर्ण/अर्ध-स्वचालित विंडिंग मशीन, इलेक्ट्रोड स्लिटिंग मशीन, इलेक्ट्रोलाइट/हीलियम इंजेक्शन मशीन, सेल बेकिंग और कूलिंग मशीन तथा नेल पुलिंग/इंसर्टिंग मशीन शामिल हैं.
मोबाइल फोन बैटरी में भी प्रोत्साहन
इसी के साथ, मोबाइल फोन बैटरी निर्माण के लिए भी 28 अतिरिक्त पूंजीगत वस्तुओं पर छूट दी जाएगी, जिससे दोनों क्षेत्रों में घरेलू निर्माण को बढ़ावा मिलेगा.
राष्ट्रीय निर्माण मिशन
वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार ‘मेक इन इंडिया’ को आगे बढ़ाने हेतु छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों के लिए एक राष्ट्रीय निर्माण मिशन स्थापित करेगी. इस मिशन के तहत नीति समर्थन, कार्यान्वयन रोडमैप, शासन और निगरानी ढांचे के माध्यम से केंद्रीय मंत्रालयों और राज्यों के सहयोग से क्लीन टेक मैन्युफैक्चरिंग को भी प्रोत्साहन मिलेगा. मिशन का उद्देश्य सौर पीवी सेल्स, ईवी बैटरियां, मोटर्स एवं कंट्रोलर्स, इलेक्ट्रोलायज़र्स, विंड टरबाइन, उच्च वोल्टेज ट्रांसमिशन उपकरण और ग्रिड-स्केल बैटरियों के क्षेत्र में घरेलू वैल्यू एडिशन को बढ़ाना है.
ईवी बाजार की वर्तमान स्थिति
हालांकि भारतीय ईवी मार्केट में मुख्य रूप से दोपहिया और तीनपहिया वाहन चल रहे हैं, लेकिन इस नए कदम से बैटरी की लागत में संभावित कमी से भविष्य में ईवी की कीमतों में संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी. आंकड़ों के अनुसार, 2024 में दोपहिया और तीनपहिया वाहन क्रमशः 33.48% और 18.38% की वृद्धि के साथ बिके हैं. वहीं निजी वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है.
इस बजट के कदम से बैटरी निर्माण उद्योग के साथ-साथ ईवी सेक्टर को भी मजबूती मिलेगी, जिससे देश में क्लीन टेक्नोलॉजी के विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है.
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