लखनऊ. 5 फरवरी को मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है. एक बार फिर फिर सपा और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलने वाली है. कांग्रेस ने इस सीट पर प्रत्याशी उतारने से मना कर दिया है. कांग्रेस ने सपा को समर्थन देने का फैसला लिया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया है. जिसको लेकर कांग्रेस नेताओं को निर्देश भी दिया गया है.
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बता दें कि सपा और भाजपा मिल्कीपुर सीट हर हाल में जीतना चाहती है. यही वजह है कि सीएम योगी इस सीट की जिम्मेदारी खुद ली है. पिछले 15 दिनों में सीएम योगी 3 बार दौरा कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर चुके हैं. इस हफ्ते भी अयोध्या में दो दिन सीएम योगी अयोध्या में रहने वाले हैं.
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वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने कार्यकर्ताओं को उपचुनाव में मिली हार को भुलाने की सलाह देते हुए बूथ स्तर पर एक्टिव रहने की सलाह दी है. सपा इस सीट पर सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे पर दांव लगा रही है. ऐसे में सपा अपनी सीट को दोबारा अपने झोली में डालना चाह रही है. सपा मिल्कीपुर सीट को 2027 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल समझकर चुनावी मैदान में उतर रही है.
2022 में भाजपा को मिली थी हार
सपा के अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर सीट पर 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के गोरखनाथ को 12,923 वोटों से हराया था. लोकसभा चुनाव 2024 में भी सपा ने अवधेश प्रसाद को फैजाबाद सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. उन्होंने बीजेपी के लल्लू सिंह को 55,000 से अधिक वोटों से हराया था.