मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में रीजनल कांक्लेव की हुई शुरुआत Image Credit source: PTI
देश के प्रत्येक राज्य अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में जुटा है. ऐसे में विदेशी निवेशकों को रिझाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है. मध्यप्रदेश भी अब उसी राह की ओर निकल चुका है. खास बात तो ये है कि मध्यप्रदेश सरकार ने अपने क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में 17 हजार करोड़ रुपए के इंवेस्टमेंट ऑफर हासिल कर लिए हैं. इस दौरान आधा दर्जन से ज्यादा देशों के 4 हजार प्रतिनिधियों को बुलाकर 700 से ज्यादा बैठक की है. जिसके बाद प्रदेश सरकार को ये ऑफर मिलें हैं. खास बात तो ये है कि मध्यप्रदेश के जबलपुर में रक्षा उत्पादन यूनिट्स में सेना के लिए टैंक बनाने के लिए भी एक एमओयू पर साइन किए गए हैं. इसका मतलब है कि अब प्रदेश सेना को टैंक बनाकर भी देगा.
देश बना 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी
प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कपड़ा और परिधान क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्र स्थापित करने की घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि हम वापस पटरी पर आ गए हैं. भारत अब पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. यादव ने स्पष्ट रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारत के पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का जिक्र किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में आगे बढ़ने के लिए तैयार है.” राज्य में उद्योग के लिए अपार संभावनाएं हैं.
67 उद्योगों की आधारशिला
कार्यक्रम के दौरान यादव ने 1,500 करोड़ रुपए के निवेश के साथ 67 उद्योगों की आधारशिला रखी और उद्घाटन किया, जिससे 4,500 रोजगार के अवसर पैदा होंगे. मध्य प्रदेश में उद्योग के लिए अपार संभावनाएं होने का जिक्र करते हुए यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, इसलिए मध्य प्रदेश सभी को आकर्षित कर रहा है. उन्होंने कहा कि जबलपुर में रक्षा उत्पादन इकाइयों में सेना के लिए टैंक बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो वर्तमान में हॉवित्जर का उत्पादन करते हैं.
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एमएसएमई क्षेत्र उभरा
यादव ने कहा कि समय तेजी से बदल रहा है. महाकौशल क्षेत्र में 517 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के साथ सोलह औद्योगिक क्षेत्र उभरे हैं. उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में 275 दवा कंपनियों के उत्पादों को 160 देशों में निर्यात किया जा रहा है, और दुनिया की बड़ी दवा कंपनियां राज्य में काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में ब्रांडेड खाद्य पदार्थों की 70 यूनिट्स हैं. यादव ने कहा कि मेरी सरकार मध्य प्रदेश में हीरा पॉलिशिंग उद्योग स्थापित करने के लिए कदम उठाएगी, क्योंकि राज्य (पन्ना जिले में) में खनन किए गए हीरे बाहर पॉलिश किए जाते हैं.
12 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्र कपड़ा और परिधान क्षेत्र को बढ़ावा देगा और महिलाओं को प्रशिक्षण भी देगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल निवेश प्रस्तावों में 15 निवेशकों से मिले प्रस्ताव शामिल हैं, जिन्होंने 5,000 करोड़ रुपए के निवेश का वादा किया है. उन्होंने कहा कि 340 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए 265 औद्योगिक इकाइयों को आशय पत्र जारी किए गए हैं, जिससे 1,800 करोड़ रुपए का निवेश आएगा और 12,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.
ये कंपनियां लगाएंगी यूनिट
यादव ने कहा कि रक्षा उपकरणों के निर्माण के लिए अशोक लीलैंड और सशस्त्र वाहन निगम लिमिटेड के बीच 600 करोड़ रुपए का समझौता ज्ञापन किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रमुख निवेशकों में हेडलबर्ग सीमेंट 1,500 करोड़ रुपए के निवेश से दमोह जिले में संयंत्र लगाएगी, वॉल्वो-आयशर कमर्शियल व्हीकल्स 1,500 करोड़ रुपए के निवेश से भोपाल में इकाई स्थापित करेगी और एसआरएफ फार्मास्यूटिकल्स राज्य में इकाई लगाकर 2,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी.
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