छपरा के अमन की हुईं हंगरी की विवियाना
इश्क न धर्म देखता है और न ही कुछ जात. इश्क जब परवान चढ़ता है तो प्रेमी किसी भी तरह एक दूजे का होना चाहते हैं. कुछ ऐसा ही देखने को मिला बिहार की राजधानी पटना से जहां एक विदेशी ने भारत और भारत के रहने वाले लड़के से दिल लगा लिया और सात सुमंदर पार का सफर तय करके अपने प्रेमी का होने के लिए भारत आ गईं. हंगरी की निवासी विवियाना ने न केवल हिंदू धर्म अपनाया, बल्कि इतनी दूर से बिहार आकर अपने मुहब्बत से शादी का वादा भी पूरा किया. अब इस शादी के चर्चे हर तरफ हो रहे हैं.
किसी ने सच ही कहा है कि प्रेम किसी तरह की दीवार को नहीं मानता. जब दो प्रेमी दिल एक होने की सोचते हैं तो समाज परिवार देश-विदेश सब की सीमाएं टूट जाती हैं और बच्चों की खुशी के लिए अभिभावक भी बच्चों के फैसले में शामिल हो जाते हैं. दरअसल छपरा जिले के दिघवारा प्रखंड के रामदास चक्र निवासी सुनील कुमार सिंह और सुलोचना देवी के बेटे अमन कुमार हंगरी में होटल मैनेजमेंट और शिप मैनेजमेंट करने के बाद वहां अपना बिजनेस करते थे.
चार साल पहले हुई थी मुलाकात
अमन की पहचान हंगरी की रहने वाली विवियाना के साथ करीब चार साल पहले हुई. शुरुआत दोस्ती से हुई, लेकिन ये दोस्ती फिर प्यार में तब्दील हो गई. विवियाना वहां के सरकारी स्कूल में म्यूजिक टीचर हैं. विवियाना जावरस के पिता टीबोर जानोस जवारस हैं और उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं हैं. अमन के अनुसार विवियना को भारतीय संस्कृति से बेहद प्यार है. वह चाहती थीं कि उनकी शादी भारत में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार हो. जब अमन से उसकी शादी पक्की हो गई तब वो अपने परिजनों के संग पटना आ गईं.
अर्चना बनीं हंगरी की विवियाना
अमन बताते हैं कि जब अपने देश में शादी करने की बात तय हुई तब विवियना का नाम अर्चना सिंह किया गया. यहां आने के बाद हिंदू रीति रिवाज में जो भी रस्में होती हैं, उसे पूरा किया गया. इनमें कथा, मटकोर से लेकर हल्दी और मड़वा, मेहंदी, संगीत उत्सव का भी आयोजन किया गया. इस शादी में हर छोटी बड़ी रस्म का ख्याल रखा गया. शादी के लिए विशेष रूप से अमन के पैतृक गांव से ब्राह्मण और नाई को भी बुलाया गया था.
भारतीय सभ्यता से है बेहद प्यार
अमन ने यह भी बताया कि उनकी प्रेमिका भारतीय सभ्यता संस्कृति और यहां के रीति-रिवाजों से विशेष प्रेम करती हैं और शायद यही वजह थी कि हम दोनों एक दूसरे के करीब आते चले गए. अमन ने बताया कि इस शादी को लेकर शुरू में परिवार वालों की सहमति नहीं थी, लेकिन अंत में घर वाले भी मान गए और यह तय हुआ की शादी जब भी होगी वह बिहार में ही होगी और उन सभी रस्मों को निभाया जाएगा जो शादियों में निभाए जाते हैं.
(रिपोर्ट- सुजीत कुमार/पटना)
[ Achchhikhar.in Join Whatsapp Channal –
https://www.whatsapp.com/channel/0029VaB80fC8Pgs8CkpRmN3X
Join Telegram – https://t.me/smartrservices
Join Algo Trading – https://smart-algo.in/login
Join Stock Market Trading – https://onstock.in/login
Join Social marketing campaigns – https://www.startmarket.in/login