रायपुर। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने 30 हजार युवाओं का बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत होने पर कहा कि क्या खैरात से जवानी कभी पलेगी? जवानी को बढ़ना है, तो खैरातों को छोड़ना पड़ेगा. वहीं चंद्राकर के बयान पर पलटवार करते हुए मोहन मरकाम ने कहा कि सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी. और हम खैरात नहीं दे रहे हैं, जनता का पैसा जनता को दे रहे हैं. इसे भी पढ़ें : बेरोजगारी भत्ता : योजना को लेकर युवाओं में उत्साह, 20 दिन में 30 हजार लाभार्थियों के आवेदन स्वीकृत
भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि जवानों को चुनावी उपकरण नहीं बनाया जा सकता. इसके साथ ही उन्होंने कौशल विकास के लिए 3 साल के बजट को सार्वजनिक करने की मांग की. उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कौशल उन्नयन हुआ है. छत्तीसगढ़ की लोग गोबर बीनना और गोमूत्र एकत्र करना सीखे हैं.
अजय चंद्राकर के बयान पर मोहन मरकाम ने पलटवार करतेहुए कहा कि भाजपा ने 2003 के घोषणा पत्र 12वीं पास युवाओं को नौकरी या 500 भत्ता का वादा किया था. 15 साल सरकार रही, सिर्फ जनता को लॉलीपॉप देने का काम किया. जनता ने भाजपा को सबक सिखाया. भाजपा को सबक याद रखना चाहिए.