GK in Hindi General Knowledge शादी के बाद बच्चे होने का सही समय क्या है : अगर आपकी शादी अभी हाल ही में हुई हैं और आप फैमिली प्लानिंग के बारे में सोच रहे हैं या इस बात को जानना चाहते हैं कि बच्चे के लिए सही समय क्या हैं इस बारे में सोच रहे हैं, तो आज हम आपको इसके बारे में कुछ जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपके काफी काम आएगी !
शादी के बाद बच्चे होने का सही समय क्या है | यहां जानें
अगर आप बच्चे के बारे में सोच रहे हैं तो आपके लिए ये जानना चाहिए कि शादी के 8 साल बाद ही बच्चा पैदा करना चाहिए ! भले ही यह आपको ये अजीब बात लग सकती है, लेकिन इसका एक खास कारण है ! पहले जमाने के माता पिता के कई सारे बच्चे होते थे ! जैसे एक घर में कम से कम 8 से 9 बच्चे तो हुआ ही करते थे ! उनमें से कुछ छोटे बच्चे होते थे, जो मेधावी और बुद्धिमान होते थे और जो बड़े बच्चे थे वह ज्यादातर कमजोर, बुद्धिहीन, वासना और नशे से सम्बन्ध रखते थे !
शादी के 8 से 10 साल में करना चाहिए बच्चा | General Knowledge
बड़े बच्चे शादी के 2 साल में ही हो जाते थे और छोटे को आने में 10 साल के लगभग लग जाता था ! शादी के बाद 10 साल एक बड़ा अंतराल है ! 10 साल में वैवाहिक जीवन मे बहुत परिवर्तन हो जाता है ! दरअसल जो बड़े बच्चे होते थे वे शादी के 1 साल बाद ही हो जाते थे ! शादी के 1 साल में इंसान को वासना में आनंद मिलता है ! वह वासना में जुड़ा रहता है ! नई नई शादी हुई है ! वासना चर्म पर ही रहता है ! रोमांस चर्म पर रहता है !
लंबा समय देकर एक तेजी बुद्धि वाला बच्चा होता है |
GK IN HINDI एक दूसरे के बड़े करीब होते है ! मस्तिष्क पर वासना और रोमांस की तरंग बनी रहती है और जब वासना में गर्भ धारण होता है तो बच्चे की बुद्धि पर भी वैसा ही असर होता है ! वासना के चरम पर जैसी इंसान की भावना होगी वैसी ही सन्तान होगी और वैसी ही इसकी बुद्धि होगी ! इसलिए शादी के कुछ साल तक दोनों में वासना रहती है ! उस समय अगर सन्तान हुई तो वह भी साधारण होगी ! साधारण यानी जैसे कि और लोग है ! वासना, थोड़ी बहुत शिक्षा आदि ! ये सब उसमे रहेंगे !
इसके पीछे का ये हैं कारण | GK In Hindi
लेकिन शादी के बाद धीरे-धीरे जैसे समय आगे बढ़ता रहता है वैसे-वैसे स्त्री और पुरुष में उस भावना की कमी होती जाती है ! अब वासना धीरे-धीरे उम्र के साथ थोड़ी कम होने लगेती है ! दोनों अब एक समझ के साथ जीने लगते हैं और जब वासना में कमी होगी तो सन्तान के लिए किया गया सहवास जिसमें वासना की भावना न हो एक अच्छी और तेजी बुद्धिमान सन्तान को जन्म देगा ! अब वासना पहले से कम है ! इसलिए सन्तान में वासना के गुण से ज्यादा जिंदगी सो सही से जीन और आगे बढ़ने के गुण पाए जाते है ! वह बड़ा होकर एक अच्छा व्यक्तित्व रखेगा !
उदाहरण के तौर लें पाड़वों की कहानी : शादी के बाद बच्चे होने का सही समय क्या है |
जैसी सहवास के समय भावना होगी वैसी ही सन्तान होगी ! पहले के लोग बहुत से बच्चे पैदा करते थे ! इसलिए सबसे छोटे बच्चे में बहुत अंतर हो जाता था ! आजकल जनसंख्या बढ़ रही है ! इसलिए अब इतने बच्चे पैदा करना ठीक नही है ! इसलिए सीधा 8 से 10 साल बाद ही बच्चा पैदा करे जब वासना कम होने लगे !
GK In Hindi General Knowledge अगर ऐसा करोगे और साथ में उस सन्तान का पुंसवन संस्कार कर दोगे तो देवता जैसी सन्तान नही बल्कि स्वयं देवता ही गर्भ में आ जाएंगे ! इसका एक उदाहरण है वेद व्यास जी द्वारा नियोग ! इन्होने ही पांडु, धृतराष्ट्र और विधुर जैसे महान व्यक्तित्व को जन्म दिया था ! सहवास के समय इनमे वासना की भावना नही थी और जिस स्त्री ने जैसी भावना रखी वैसी ही सन्तान हुई !
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