सोमवार की शाम आईपीएल 2025 में वैभव सूर्यवंशी के नाम रही. राजस्थान रॉयल्स के इस टीनेजर या यूं कहें कि माइनर ने बड़े बड़ों के छक्के छुड़ाते हुए एतिहासिक शतकीय पारी खेली. आईपीएल में अपना तीसरा की मुकाबला खेले वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल हिस्ट्री का दूसरा सबसे तेज शतक लगाया वो भी मात्र 37 गेंदों पर. वैभव सूर्यवंशी पूरी दुनिया के क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गए हैं.
खास बात तो ये है कि जब उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने अपनी टीम में शामिल किया था, तब वैभव की उम्र 13 साल थी. उन्हें उनके बेस प्राइस से 4 गुना ज्यादा कीमत पर टीम में शामिल किया गया था. किसी को भी अंदाजा नहीं था कि वो कैसा खेलेंगे. लेकिन छोटे से वैभव सूर्यवंशी के आगे बड़े बड़ों की पारी फीकी पड़ जाएगी. इसका ख्याल तक किसी को नहीं था.
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि मौजूदा समय में बिहार के मिडिल क्लास परिवार का वैभव सूर्यवंशी करोड़पति बन चुका है. 14 साल का ये खिलाड़ी इनकम टैक्स के मोर्चे पर किस तरह से प्ले कर रहा होगा. इसका मतलब है कि वो कितना टैक्स भर रहा होगा. जानकारों की मानें तो माइनर एज में कमाई करने वालों पर इनकम टैक्स के नियम कुछ बदल जाते हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर वैभव सूर्यवंशी पर कैसे टैक्स लगेगा?
किस तरह के टैक्स दायरे में आएंगे वैभव
भारत में कोई भी माइन जिसकी इनकम टैक्सेबल है, वो इनकम टैक्स एक्ट के दायरे में आएगा. वैभव सूर्यवंशी जैसे माइनस पर टैक्स इस बात पर बेस्ड होगा कि उनकी इनकम अर्न्ड हैं या फिर अनअर्न्ड. मीडिया रिपोर्ट में जानकार कहते हैं कि 14 साल के वैभव सूर्यवंशी को 1.10 करोड़ रुपए में राजस्थान रॉयल्स ने शामिल किया था. उनकी कमाई स्पेसिफिक टैक्स रूल्स के तहत आएगी.
माइनर में अर्न्ड इनकम पर टैक्स
माइनर यानी 18 साल से कम उम्र के लोगों की इस तरह की इनकम में पर्सनल एफर्ट, स्किल या टैलेंट से जेनरेट होने वाली कमाई शामिल होती है. जिसमें स्पोर्ट्स, एक्टिंग आदि होने वाली कमाई शामिल है. अर्न्ड इनकम पर टैक्सेशन की बात करें तो किसी माइनर को स्किल से होने वाली इनकम, जैसे कि वैभव का आईपीएल कांट्रैक्ट, पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा 64(1ए) के तहत माता-पिता की इनकम के साथ जोड़ने की जगह नाबालिग के नाम पर टैक्स लगाया जाता है. ये कमाई पर्सनल इनकम टैक्स स्लैब के तहत है. चूंकि वे मूल छूट सीमा को पार कर जाती हैं, इसलिए वैभव को इनकम टैक्स रिटर्न भरना होगा. उनकी इनकम पर वैसा ही टैक्स लगाया जाएगा जैसा कि रिषभ पंत और श्रेयस अय्यर पर लगेगा.
अनअर्न्ड इनकम पर लगने वाला टैक्स
अनअर्न्ड इनकम में ब्याज, सेविंग, या पेरेंट्स या गार्जियन द्वारा नाबालिग के नाम पर किए गए निवेश से होने वाली कमाई शामिल है. अनअर्न्ड इनकम पर टैक्सेशन के तहत ब्याज या डिविडेंड को आमतौर पर होने वाली कमाई को पेरेंट्स की इनकम में जोड़ा जाता है. धारा 10(32) के तहत पेरेंट्स प्रति बच्चे 1,500 रुपए तक की सालाना छूट का क्लेम कर सकते हैं. हालांकि, यदि किसी नाबालिग की कुल इनकम, अनअर्न्ड इनकम सहित, उसके पेरेंट्स से ज्यादा है, तो नाबालिग की अनअर्न्ड इनकम पर टैक्स लगाया जाएगा.
इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कैसे करें
पहले बात अर्न्ड इनकम वाले माइनर्स की करें तो छूट लिमिट से ऊपर कमाई करने वाले माइनर्स को एक आईटीआर दाखिल करना होगा, जिसमें पेरेंट्स या अभिभावक रिप्रेजेंटेटिव असेसी के रूप में होंगे. वहीं दूसरी ओर अनअर्न्ड इनकम को क्लबिंग प्रोविजंस के तहत पेरेंट्स के आईटीआर में शामिल किया जाता है, जब तक कि नियमों के अनुसार छूट न मिली हो.
वैभव कितना देंगे टैक्स?
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि वैभव सूर्यवंशी जैसे माइनर्स जोकि साल में करोड़ों की कमाई करते हैं उनपर किस तरह से टैक्स लगता है? आईपीएल में वैभव को 1.10 करोड़ रुपए राजस्थान रॉयल्स से मिले हैं. ऐसे में 30 फीसदी का स्लैब लागू होगा. ऐसे में वैभव को 33 लाख रुपए टैक्स के रूप में देना होगा और वैभव की असल कमाई 77 लाख रुपए होगी.
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