मुंबई। 2000 रुपए के नोट को वापस लेने की जारी प्रक्रिया के बीच 30 नवंबर तक 97.26% नोट भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के पास वापस आ गए हैं. 19 मई को जब 2000 रुपए के नोट को वापस में लेने की घोषणा की गई थी, तब 3.56 लाख करोड़ रुपए प्रचलन में था, जो अब घटकर 9760 करोड़ रुपए रह गया है.
भारतीय रिज़र्व बैंक ने विज्ञप्ति के जरिए बताया कि 19 मई को 2000 रुपए मूल्य वर्ग के बैंक नोटों को प्रचलन से वापस लेने की घोषणा की थी. 30 सितंबर तक देश की सभी बैंक शाखाओं में 2000 के बैंक नोटों को जमा करने अथवा बदलने की सुविधा शुरुआत में उपलब्ध थी, जिसे बाद में 7 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था.
रिजर्व बैंक के 19 निर्गम कार्यालयों (RBI निर्गम कार्यालय) पर 2000 के नोट बदलने की सुविधा भी उपलब्ध थी. 9 अक्टूबर से 2000 मूल्यवर्ग के नोटों को बदलने के अलावा RBI निर्गम कार्यालय के काउंटरों पर व्यक्तियों/संस्थाओं से उनके बैंक खातों में जमा करने के लिए 2000 के बैंक नोट भी स्वीकार कर रहे हैं.
इसके अलावा देश के भीतर से जनता भारत में अपने बैंक खातों में क्रेडिट के लिए देश के किसी भी डाकघर से आरबीआई के किसी भी जारी कार्यालय में भारतीय डाक के माध्यम से 2000 बैंक नोट भेज सकते हैं. आरबीआई ने बताया कि 2000 रुपए के नोट आने वाले समय में भी वैध मुद्रा बने रहेंगे.