बिसौली। इसे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का खौफ कहा जाए या कुछ और!! डीएम दीपा रंजन के निर्देश पर उनके अधीनस्थों ने जिले भर के सीएचसी समेत सभी सरकारी अस्पतालों में औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का एकमात्र उद्देश्य सभी स्वास्थ्य कर्मियों को डिप्टी सीएम के ‘कोप’ के प्रति चेताना भी था और खुद को बचाने का प्रयास भी। जहां एक ओर डीएम ने उपमुख्यमंत्री श्री पाठक के गुरुवार को प्रस्तावित दौरे से पूर्व बुधवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया वहीं एसडीएम ज्योति शर्मा व नायब तहसीलदार अजहर अली ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिसौली व आसफपुर का औचक निरीक्षण किया।
आसफपुर में एनटी को केन्द्र प्रभारी पंकज शर्मा सहित नौ स्वास्थ्य कर्मी नदारद मिले। वहीं बिसौली में एसडीएम के निरीक्षण में ओपीडी अव्यवस्थित पाई गई। चिकित्सकों को बाहर के मेडिकल की दवाएं न लिखने के सख्त निर्देश दिए गए।
बुधवार को प्रशासन की टीम ने बिसौली व आसफपुर सीएचसी पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान एसडीएम ज्योति शर्मा ने बिसौली सीएचसी का निरीक्षण किया। सीएचसी पर तमाम अव्यवस्थाएं पाई गईं। यहां ओपीडी मेनटेन नहीं थी। इमरजेंसी किट न होने पर एसडीएम ने नाराजगी व्यक्त की। वहीं डाक्टरों को जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने व मेडिकल से दवाएं न लिखने की हिदायत भी दी। जननी सुरक्षा योजना के तहत लक्ष्य 12 प्रतिशत पीछे था। निरीक्षण के दौरान पता चला कि प्रसूताओं को अस्पताल में 48 घंटे तक नहीं रखा जाता है। वहीं प्रसूताओं को खाना भी नहीं दिया जाता। जानकारी होने पर भी अस्पताल की ओर से ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई नहीं की गई है।
टीबी विभाग का रजिस्टर भी मेनटेन नहीं मिला। बच्चों की बीसीजी वैक्सीन की कमी पाई गई। निरीक्षण के दौरान सभी संविदा कर्मी अनुपस्थित पाए गए। एसडीएम ने केन्द्र प्रभारी को कड़ी हिदायत देते हुए अव्यवस्थाओं को तत्काल दूर करने को कहा। वहीं नायब तहसीलदार अजहर अली ने आसफपुर सीएचसी का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी डा0 पंकज शर्मा, डा0 राजेश भाटी, डा0 नाजिमा आजाद, स्टाफ नर्स पूसा थामस, किरन देवी, क्रांति देवी, फिजियोथेरेपिस्ट मेहरूल निशां, डीसीपीएमएल सत्यपाल और चपरासी बाबू अनुपस्थित पाए गए। निरीक्षण के दौरान जच्चा बच्चा वार्ड में गंदी चादरें मिलने पर एनटी ने नाराजगी जाहिर की।